पीएम मोदी ने कहा कि NDA का मतलब है- एन से न्यू इंडिया, डी से डेवलप नेशन और ए से एसपिरेशनल पीपल विजन

Loksabha Election 2024 : NDA Meeting

दिल्ली : डॉ. निशा सिंह

विपक्षी दलों की एकजुटता के लिए बेंगलुरु में चल रही बैठक के जवाब में आज दिल्ली में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की बैठक हुई. इस बैठक में एनडीए की 38 सहयोगी पार्टियों ने हिस्सा लिया. इस दौरान पीएम मोदी ने बैठक को संबोधित किया कहा कि देश सबके प्रयास से चलता है. NDA की बैठक में पीएम मोदी का विपक्ष पर निशाना साधा और बेंगलुरु की मीटिंग का जिक्र कर कहा- ‘वो तोड़ते हैं, हम जोड़ते हैं’. पीएम ने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि एनडीए के तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. हर सपने संकल्प हैं और हर संकल्प सिद्धि के लिए हम समर्पित भाव से जुटे हुए लोग हैं. मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं अपने परिश्रम, प्रयासों में कहीं कोई कमी नहीं रहने दूंगा. मेरे शरीर का हर कण, मेरे समय का हर क्षण देश को ही समर्पित है.

एनडीए के घटक दलों के साथ हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब गठबंधन सत्ता की मजबूरी से होता है, जब गठबंधन भ्रष्टाचार के इरादे से हो, जब गठबंधन परिवारवाद की नीति पर आधारित हो, जब गठबंधन जातिवाद और क्षेत्रवाद को ध्यान में रखकर किया जाता है तो वह गठबंधन देश को बहुत नुकसान पहुंचाता है और आगे भी पहुंचा सकता है. भारत में नकरात्मकता के साथ बने गठबंधन कभी भी सफल नहीं हो पाए हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि राज्यों के विकास से देश से विकास, इस मंत्र के साथ एनडीए ने हमेशा काम किया है. मैं नए साथियों का हृदय का स्वागत करता हूं. एनडीए के 25 वर्षों की यात्रा के साथ एक और सुखद संयोग भी जुड़ा है. यह वह समय है, जब हमारा देश आने वाले 25 साल के लिए बड़े लक्ष्य की ओर कदम बढ़ा रहा है. यह लक्ष्य विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत का है. इस अहम कालखंड में एनडीए की बहुत बड़ी भूमिका है. यह नई ऊर्जा से भरी हुई है.

पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए का मतलब है- एन से न्यू इंडिया, डी से डेवलप नेशन और ए से एसपिरेशनल पीपल विजन. सभी का विश्वास एनडीए पर है. अर्थशास्त्री से लेकर कई अहम लोग भी यही मानते हैं. सरकारें बहुमत से बनती हैं, लेकिन देश सबके प्रयास से चलता है. ऐसे में एनडीए सबके प्रयास के साथ आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि जो भी गठबंधन नकारात्मकता के साथ बने वह कभी सफल नहीं हो पाए. अतीत में कांग्रेस ने कई सरकारें बनाई और बिगाड़ी. कांग्रेस ने गठबंधन का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए किया. इन सब के बीच एनडीए का गठन किया गया. एनडीए किसी के विरोध के लिए या किसी को सत्ता से हटाने के लिए नहीं बना था, इसका गठन देश में स्थिरता लाने के लिए किया गया था.

इधर सूत्रों का कहना है कि एनडीए की बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ एनसीपी नेता अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल की बैठक हुई. ये बैठक 30 मिनट चली. इस बैठक में महाराष्ट्र और लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई.

Jetline

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