दिल्ली : विशेष संवाददाता
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को 2 सीटें ,उत्तराखंड में 19 सीटें ,पंजाब में 18, गोवा में 11 और मणिपुर में पांच सीटें मिलने से निराश कांग्रेस पार्टी अब मीटिंग करके हार पर मंथन कर रही है। इसी क्रम में पहले पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं ने मीटिंग किया तो अब सोनियां गाँधी ने भी मीटिंग बुला ली है। कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कल 13 मार्च को पार्टी की पार्लियामेंट्री स्ट्रैटजी ग्रुप की भी बैठक बुलाई है. यह बैठक सुबह साढ़े 10 बजे दिल्ली में 10 जनपथ पर होगी। इसके साथ ही सोनिया गांधी ने रविवार शाम 4 बजे कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक भी बुलाई है. इस बैठक में कार्यसमिति के सदस्यों के साथ ही राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।
यूपी उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनाव में हुई कांग्रेस की करारी हार पर मंथन करने के लिए सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई है. दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में होने वाली इस बैठक में कार्यसमिति के सदस्यों के साथ ही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल होंगे.
पार्टी में चल रहे खींचातानी के बीच जी-21 नेता राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के आवास पर 11 मार्च को हुई बैठक के बाद ये फैसला लिया गया है. इस बैठक में कपिल सिब्बल, अखिलेश प्रसाद सिंह, मनीष तिवारी और कुछ अन्य नेता शामिल थे। सूत्रों के अनुसार बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उनके नेतृत्व पर सवाल उठाया गया कि वह पार्टी अध्यक्ष छोड़ चुके हैं, खुद कोई हार की जिम्मेदारी लेना नहीं चाहते, फिर कैसे वो पंजाब में मुख्यमंत्री का चेहरा देने के लिए फिर चन्नी को सीएम चेहरा घोषित कर रहे थे. यूपी में प्रियंका गांधी के प्रदर्शन को लेकर भी सवाल किए गए थे. बैठक में कहा गया प्रियंका की मेहनत यूपी में क्यों कारगर नहीं हुई, मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिलना पार्टी की केंद्रीय नीतियों पर सवाल और खामियों को दर्शाता है.
कांग्रेस के जी-21 नेता का वही समूह है जिसने अगस्त 2020 में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस में सक्रिय अध्यक्ष और संगठन में परिवर्तन की मांग की थी।