Sharp Way News Network
जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णो देवी तीर्थ क्षेत्र में नए साल के दिन मची भगदड़ मामले की हाई लेवल कमेटी जांच करेगी। तीन सदस्यों वाली कमेटी एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट भी देगी। हाई लेवल कमेटी में प्रधान सचिव (होम) शालीन काबरा, जम्मू पुलिस के एडीजी मुकेश सिंह और डिविजनल कमिश्नर राजीव लंगर शामिल हैं। भगदड़ में कुल 12 लोगों की मौत हुई जबकि 15 से अधिक लोग घायल हुआ है।
जम्मू से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर त्रिकूटा पहाड़ी पर स्थित वैष्णो देवी तीर्थ क्षेत्र में इस तरह की यह पहली घटना है जहां पर हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए जाते हैं। भगदड़ बीती रात करीब ढाई बजे मंदिर के गर्भगृह के बाहर गेट नंबर तीन के पास हुई। यहां पर कटरा आधार शिविर से करीब 13 किलोमीटर की दूरी तय कर श्रद्धालु जमा होते हैं। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि भगदड़ की घटना की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह के साथ भगदड़ में धाम पर स्थिति का जायजा लेने पहुंचे हैं। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि एक मामूली लड़ाई इस ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ घटना के लिए जिम्मेदार है।डीजीपी दिलबाग सिंह का कहना है कि आधी रात करीब पौने तीन माता वैष्णो देवी भवन पर दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जमा थी। भीड़ इतनी थी कि दर्शन कर वापस लौट रहे श्रद्धालु भी आसानी से गुजर नहीं पा रहे थे। भीड़-भाड़ के बीच दो गुटों में कहा-सुनी हुई और बात धक्का-मुक्की तक पहुंच गई। उस वक्त एक दूसरे के धक्का देने से हालात खराब हो गए और अचानक भगदड़ मच गई। इसके बाद वहां पर लोग खुद को बचाने के लिए एक दूसरे को रौंदते हुए आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे। देखते ही देखते वहां पर घायलों की चीख पुकार से सारा मंजर ही बदल गया।