दिल्ली: वरिष्ठ संवाददाता
देश में खाली पड़ी लोकसभा की तीन सीटों और विधानसभा की 30 सीटों पर उपचुनाव के लिए 30 अक्टूबर को वोटिंग होगी. देश के 14 राज्यों में होने जा रहे विधानसभा और लोकसभा उपचुनावों के 235 प्रत्याशियों में से 44 के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. चुनावी प्रक्रिया पर नजर रखने वाली संस्था असोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है.
एडीआर ने 14 राज्यों में 3 लोकसभा और 30 विधानसभा सीटों पर आगामी उपचुनाव के 265 उम्मीदवारों में से 261 के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया है. इन सभी सीटों पर 30 अक्टूबर को वोटिंग होगी. विधानसभा उपचुनाव के लिए 235 उम्मीदवारों के हलफनामे के विश्लेषण में पाया गया कि 44 उम्मीदवार (19 फीसदी) ने अपने खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.
एडीआर रिपोर्ट में कहा गया है कि “इनमें से 36 (15 फीसदी) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मुकदमों की जानकारी दी है.” यह भी बताया गया है कि कुल 77 यानी 33 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं और विधानसभा उपचुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 2.99 करोड़ है. 235 में से 93 उम्मीदवारों ने खुद पर कर्ज बताए हैं, इनमें 18 महिलाएं हैं.
असामयिक निधन के बाद खाली हैं तीन लोकसभा सीटें
लोकसभा की जिन 3 सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें दादरा नगर हवेली, मध्य प्रदेश की खंडवा और हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट शामिल हैं. दादरा नगर हवेली से निर्दलीय सांसद मोहन डेलकर का शव इसी साल फरवरी में होटल में फंदे से लटका मिला था. उनकी मौत के बाद से ही यह सीट खाली है. इसके अलावा मध्य प्रदेश के खंडवा से बीजेपी सांसद नंदकुमार सिंह चौहान का भी इसी साल मार्च में निधन हो गया था. वह कोरोना से पीड़ित थे. वहीं, हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी सांसद रामस्वरूप शर्मा का शव भी उनके दिल्ली के फ्लैट में फंदे पर लटका मिला था.
जानिए, किस राज्य में कितनी सीटों पर चुनाव होगा
इसके अलावा आंध्र प्रदेश की एक, असम की 5, बिहार की 2, हरियाणा की 1, हिमाचल प्रदेश की 3, कर्नाटक की 2, मध्य प्रदेश की 3, महाराष्ट्र की एक, मेघालय की 3, नगालैंड की 1, राजस्थान की 2, तेलंगाना की 1 और पश्चिम बंगाल की 4 विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव होने हैं.