डॉ. निशा सिंह :
कोरोना की तीसरी लहर देश में आ चुकी है. इसी बीच उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग आज दोपहर 3.30 बजे करेगा. गृह मंत्रालय की ओर से कल शुक्रवार को यूपी में अर्धसैनिक बलों की 225 कंपनियों की तैनाती को मंजूरी दे दी गई है. इन टुकड़ियों की तैनाती 10 से 20 जनवरी के बीच होगी. इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि चुनाव आयोग की ओर से तैयारियां पूरी हो गई हैं. सूत्रों का कहना है कि यूपी में 6 से 7 चरणों में चुनाव कराया जा सकता है. चुनाव आयोग की टीम ने पिछले दिनों पांचों राज्यों के डीजीपी और मुख्य सचिवों से मुलाकात कर प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लिया था.
इसके अलावा हेल्थ सेक्रेटरी से वैक्सीनेशन की रिपोर्ट भी ली है. सभी राज्यों में वैक्सीनेशन का अभियान तेज करने की अपील भी आयोग ने की है ताकि चुनाव में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा कम से कम रहे. यही नहीं चुनाव आयोग ने प्रचार पर पाबंदियों को लेकर भी कड़े फैसले लेने की तैयारी की है. चुनाव आयोग की क्या तैयारियां यह तो उसकी ओर से तारीखों के ऐलान के वक्त ही पता चलेगा, लेकिन कहा जा रहा है कि रैलियों पर पूरी तरह से रोक लग सकती है. कोरोना के कारण सभी दलों के बड़े चुनावी सभा को रद्द हो गए हैं. प्रिंयंका गाँधी, अरविन्द केजरीवाल समेत कई स्टार प्रचारक अब ऑनलाइन मोड में ही प्रचार शुरू कर दिया है. उत्तराखंड सरकार ने 15 जनवरी तक सभी राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है.
उत्तर प्रदेश और पंजाब में अभी ऐसा कोई फैसला भले नहीं लिया गया है, लेकिन गतिविधियां कम जरूर हो गई हैं. दरअसल पश्चिम बंगाल में बीते साल दूसरी लहर के दौरान ही चुनाव प्रचार जोरों पर था. एक तरफ देश में पाबंदियों का दौर था तो वहीं बंगाल में भारी भीड़ के साथ रैलियों और रोड शो के आयोजन हो रहे थे. इसे लेकर चुनाव आयोग पर भी लोग सवाल उठा रहे थे, लेकिन इस बार आयोग ने चुनाव में कोई कसर न छोड़ने का फैसला लिया है.
चुनाव समय पर ही कराए जाए या फिर टाल दिया जाए, इस पर राय के लिए भी आयोग ने राजनीतिक दलों के साथ मंथन किया था. इस मीटिंग में सभी दलों ने राय जताई थी कि इलेक्शन टाइम पर ही होना चाहिए. उसके बाद आयोग ने वैक्सीनेशन से लेकर प्रशासन तक की स्थिति का जायजा लिया और अब किसी भी वक्त चुनावी बिगुल बज सकता है.