लखनऊ : विक्रम राव
यूपी में योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल का फिर से विस्तार हुआ है. योगी कैबिनेट में अब 7 नए मंत्री बनाये गए हैं. विधानसभा चुनाव के पहले ये मंत्रिमंडल विस्तार हुआ है. इसे आनेवाले विधान सभा चुनाव की तैयारी के मद्देनजर विस्तार माना जा रहा है.
बता दें कि कोरोना काल में उत्तरप्रदेश के तीन मंत्रियों का निधन हुआ था. कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान, कमल रानी वरुण और राज्य मंत्री विजय कश्यप के निधन से तीन पद खाली हुए थे. इसके बाद कई बार मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा होती रही थी. आखिरकार आज मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है. बता दें कि योगी सरकार का ये दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार है. इससे पहले 22 अगस्त 2019 को योगी मंत्रिमंडल का पहली बार विस्तार हुआ था. कई नए चेहरों को जगह देने के साथ ही कुछ को बाहर का रास्ता भी दिखाया गया था. कई मंत्रियों का पोर्टफोलियो भी बदला था. तब मंत्रिमंडल में 56 सदस्य थे, जिनमें से 3 का निधन हो चुका है.
यही सात नाम हैं जो मंत्री बने हैं
योगी मंत्रिमंडल का विस्तार आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया गया है जिसमें जातिगत समीकरण साधने पर ध्यान रखा गया है. जितिन प्रसाद (कैबिनेट मंत्री), संगीता बलवंत बिंद, छत्रपाल गंगवार, पलटू राम, धर्मवीर प्रजापति, दिनेश खटिक, संजीव कुमार को मंत्री बनाया गया है. इस बार गूजर जाति से किसी को मंत्री नहीं बनाया गया है इसीलिए इन्हें एमएलसी बनाया जायेगा. कैबिनेट में जिन 7 लोगों को मंत्री बनाया गया है, उनमें एक ब्राह्मण, 4 ओबीसी, एक अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति से आते हैं. इस बार एक कैबिनेट और 6 राज्यमंत्री बनाए गए हैं. यूपी में अधिकतम 60 मंत्री बन सकते हैं. वर्तमान में 23 कैबिनेट मंत्री, 9 स्वतंत्र प्रभार और 21 राज्यमंत्री हैं, यानी कुल 53 मंत्री हैं और केवल 7 जगह खाली था, जिसे इस बार भरा गया है.