बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी के बिना पहलवान नहीं खेलेंगे एशियन गेम्स, 15 जून के बाद दोबारा धरना देंगे

Wrestler Protest: Not Participating without arresting

दिल्ली : डॉ. निशा सिंह

पहलवानों और बृजभूषण शरण सिंह के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पहलवानों के समर्थन में आज, शनिवार को हरियाणा के सोनीपत में महापंचायत हुई, जिसमें फैसला हुआ कि 15 जून तक अगर बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी नहीं हुई तो पहलवान फिर से धरना देंगे. पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने कहा कि सरकार कोई निर्णय नहीं लेती है तो आगे की रणनीति का ऐलान किया जाएगा.

पहलवान साक्षी मलिक ने कहा, “बृजभूषण सिंह बाहर रहेगा तो डर का माहौल बना रहेगा, हमें लोगों का समर्थन मिल रहा है, हम सच्चाई की लड़ाई लड़ रहे हैं, हम एशियन गेम्स तभी खेलेंगे जब ये सारा मुद्दा सुलझ जायेगा.” पहलवान बजरंग पुनिया ने महापंचायत में कहा कि ये बहन-बेटियों की मान सम्मान की बात है. हम कोई राजनीति नहीं कर रहे हैं, अगर 15 जून तक इसका समाधान नहीं निकला तो वो फिर से दिल्ली में जंतर मंतर पर धरना देंगे. पुनिया ने कहा कि हम 16 और 17 जून को अपने अगले कदम को लेकर घोषणा करेंगे.

बता दें कि है कि बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है और इसको लेकर इस साल के जनवरी से ही जंतर-मंतर पर शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे, लेकिन नये संसद भवन के उद्घाटन के दिन चेतावनी दिये जाने के बाद भी पहलवान प्रदर्शन करते रहे, जिसको गृह मंत्रालय ने गंभीरता से लिया और इन पहलवानों को जबरन हटा दिया गया. इसके बाद पहलवान गृहमंत्री अमित शाह से मिले. मामले को संवेदनशील बनाते हुए पहलवान वाराणसी में गंगा नदी में अपने मेडल को विसर्जित करने पहुंच गये थे.
बीते बुधवार (7 जून) को केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक के साथ बैठक भी की थी. इस मीटिंग के बाद ठाकुर ने बताया था कि मामले में 15 जून तक दिल्ली पुलिस को चार्जशीट दायर करने को कहा गया है और डब्ल्यूएफआई का चुनाव 30 जून तक होगा. दूसरी तरफ पहलवान साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने मीटिंग के बाद कहा था कि दिल्ली पुलिस खिलाड़ियों के खिलाफ 28 मई को दर्ज की गई एफआईआर वापिस लेगी और हमने 15 जुलाई तक आंदोलन स्थगित कर दिया है.

इस पूरे मामले में सबसे खास बात यह है कि जिस नाबालिग पहलवान लड़की के रेप का आरोप बृजभूषण शरण सिंह पर लगा था, उस लड़की ने कोर्ट में अपना बयान दे दिया है कि उसके साथ ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. दूसरी तरफ बृजभूषण शरण सिंह शुरू से ही कहते रहे हैं कि हरियाणा के पहलवान उनका विरोध इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि अधिकांश पहलवान हरियाणा से आते हैं और वे उत्तरप्रदेश से आते हैं. हरियाणा के खिलाड़ी अपने ही राज्य का अध्यक्ष बनाना चाहते हैं, इसलिए उनको पद से हटाने के लिए ये पहलवान मनगढंत आरोप लगा रहे हैं.

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