मतदाताओं की जागरूकता ही लोकतंत्र की सुरक्षा – डॉ. रिखब चंद जैन

न्यूज़ डेस्क

भारतीय मतदाता संगठन के संस्थापक और संरक्षक डॉ. रिखब चंद जैन ने कहा कि भारत में भी परिवारवाद, राजनीतिक अपराधीकरण, सत्ता संघर्ष, धनबल और बाहुबल का व्यापक दुरुपयोग भी लोकतंत्र की गुणवत्ता के लिए घातक है. भारत को आने वाले समय में दुनिया में लोकतंत्र के प्रेरणादायक आदर्श स्थापित करने होंगे. श्री जैन ने कहा कि जब लोकतांत्रिक व्यवस्था सफल होने की बात होगी तब दुनिया अमेरिका की तरफ नहीं, बल्कि भारत की तरफ देखेगी. वास्तव में भारत में जिस प्रकार लोकतांत्रिक विकास का ढांचा है उसे विश्व भर के देशों को अपनाना चाहिए. दुनिया में शांति और आपसी भाईचारा को मजबूत करने के लिए यू.एन.ओ. (संयुक्त राष्ट्र संघ) को भारत के मजबूत लोकतांत्रिक व्यवस्था को अपनाने का संदेश विश्व के देशों को देना चाहिए. इसी से विश्व में अहिंसा स्थापित होगी. भारत के लोकतांत्रिक रक्षकों, शिक्षाविदों, विधिज्ञाताओं, प्रबुद्ध नागरिकों और सरकार को यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की जरुरत है. यह समय की पुकार है. विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत को इसका श्रेय मिल सके, इसकी जिम्मेदारी भारत के चुनाव आयोग, मतदाताओं, सरकार, संसद एवं कोर्ट पर है.

भारतीय मतदाता संगठन के स्थापना दिवस के मौके पर दुनिया के “लोकतंत्र रक्षक (डेमोक्रेसी वारियर्स)” को सम्बोधित करते हुए प्रबुद्ध वक्ताओं ने कहा कि मतदाता संगठनों, लोकतंत्र के रक्षकों, प्रबुद्ध नागरिकों, कानूनी विशेषज्ञों को जोश के साथ मतदाता जागरूकता एवं क़ानूनी तरीके से दुनिया के लोकतंत्रों में भयंकर दरारों, विकृतियों, एकाधिकार प्रवृति एवं सत्ता संघर्ष, हिंसक घटनायें, परिवारवाद और अपराधीकरण पर अंकुश लगानी चाहिए. वक्ताओं ने कहा कि अमेरिका में अभी जो कुछ धनबल, बाहुबल एवं हिंसा के माध्यम से शांतिपूर्वक सत्ता परिवर्तन को बाधित करने का काम हुआ, वह गलत है. चुनाव में जीत -हार लोकतान्त्रिक प्रक्रिया का अंग है, जिसे स्वीकार करना चाहिये. राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए ट्रम्प ने अपने पद का दुरुपयोग किया, जिसे कतई जायज नहीं माना जायेगा. सत्ता का दुरुपयोग करके दुनिया के दो बड़े देश रूस एवं चीन में तो जीवन पर्यन्त सत्ता में रहने के लगभग सफल प्रयास भी हो गए. नतीजा इन देशों में लोकतांत्रिक व्यवस्था ध्वस्त है. यह अत्यंत भारी चिंता का विषय है. वक्ताओं ने कहा कि मतदाताओं की जागरूकता से ही लोकतंत्र की रक्षा संभव है.

मतदाता को जागरूक करने में लगे दिल्ली के भारतीय मतदाता संगठन के “मतदाता मित्र” एवं “लोकतंत्र रक्षक” के वर्तमान संगठन अध्यक्ष विपिन गुप्ता, अश्विनी उपाध्याय, रमाकांत जी गोस्वामी, राजेंद्र स्वामी, प्रमोद सैनी, ललित गर्ग, वेंकट गुप्ता, सत्यदेव चौधरी सहित अन्य प्रबुद्ध लोगों ने इस मौके पर भारतीय लोकतंत्र का दुनिया में डंका बजाने का आह्वान किया.

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