लखनऊ : विक्रम राव
उत्तर प्रदेश की राजनीति में अभी से 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गयी है. डिंपल यादव मैनपुरी लोकसभा उप चुनाव जीत गई है, जो सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हो गया था. दूसरी ओर शिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रसपा का अब समाजवादी पार्टी में विलय हो गया है. अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल सिंह यादव आज एक साथ नजर आए और इस मौके पर शिवपाल सिंह ने कहा कि अब 2024 लोकसभा में हम साथही लड़ेंगे.
आपको बता दें कि बीते 6 वर्ष में यह चौथा मौका है, जब इन दोनों ने आपसी मतभेद भुलाकर एक-दूसरे का सहयोग किया है, लेकिन इस बार शिवपाल की पार्टी के विलय से विवादों पर विराम लग गया है. हालांकि यह मिलन कितना स्थायी होगा, यह तो आनेवाला समय तय करेगा. बता दें कि अखिलेश के मुख्यमंत्री रहते हुए 2016 में पहली बार दोनों के बीच मतभेद हुए थे और तब से दोनों के रिश्ते कभी गरम तो कभी नरम रहे हैं. अब सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी संसदीय क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव ने चाचा-भतीजा को मनमुटाव दूर करने का मौका दिया, जहां मैनपुरी में सपा ने अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया गया था और इसमें शिवपाल ने चुनाव प्रचार में साथ दिया था.
अब लोकसभा चुनाव 2024 में दोनों चाचा और भतीजा मिलकर बीजेपी को कितना टक्कर दे पाएंगे, यह तो बाद में पता चलेगा, लेकिन उप की राजनीति में निश्चित तौर पर सरगर्मी बढ़ेगी.