पटना : मुन्ना शर्मा
बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर कहा कि जातिगत जनगणना देश हित में है। तेजस्वी का बड़ा ऐलान किया कि देश हित के लिए नीतीश कुमार से हाथ मिला सकता हूं। हम (राजद) सीएम को फिर पत्र लिखकर राज्य सरकार के खर्चे पर खुद जातीय जनगणना कराने की मांग करेंगे। जातीय जनगणना मुद्दे पर आज फिर तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार की मुलाकात होगी। बिहार में विपक्ष के साथ इस मुद्दे पर साथ में खड़े नीतीश कुमार क्या बीजेपी से अलग होने के मूड में हैं ? इस मामले पर कोई भी साफ़ बोलने को तैयार नहीं है। नीतीश कुमार के करीबी भी मानते हैं कि नीतीश कुमार को की आगे की रणनीति को समझना किसी के पास पुख्ता जानकारी नहीं हो सकती है।
बिहार में जारी शीतकालीन सत्र के के दौरान राजद विधायक तेजस्वी यादव ने कहा कि विधान परिषद और विधानसभा में जातीय जनगणना का प्रस्ताव लाया गया था, जिसे सर्वसम्मति से पास भी किया गया। सीएम नीतीश के सामने हमने प्रस्ताव रखा कि इस मुद्दे पर पीएम नरेन्द्र मोदी से मिलकर अपनी बात रखेंगे। सीएम के साथ हम लोग प्रधानमंत्री से मिले भी।
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने लिखित तौर पर संसद में कह दिया कि जातीय जनगणना नहीं होगी
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने उपचुनाव के बाद इस मुद्दे पर पहल करने की बात कही थी, लेकिन अबतक उनकी तरफ से कोई प्रयास नहीं किया गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नीतीश इसके पक्ष में हैं, ऐसे में उन्हें अपने खर्चे पर जातिगत जनगणना कराए जाने के लिए हम पत्र लिखेंगे। जातिगत जनगणना से केवल बिहार का फायदा नहीं है, यह देश हित में है। नेता प्रतिपक्ष का पत्र सीएम को न मिलने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि मेरा और नीतीश जी का घर तो बगल में ही है। वैसे भी मैं सीएम को पत्र लिखकर ट्विटर पर टैग भी करता हूं। अब सीएम को नहीं मिल रहा है तो उन्हें थोड़ा अपडेट होना होगा।