न्यूज डेस्क
कोरोना को लेकर नियमों को तोड़ने वालों पर सभी राज्यों के मुख्य सचिवों की बैठक में कैबिनेट सेक्रटरी ने निर्देश दिया कि कोरोना के नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें, जिसमें पुलिस एक्ट, डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट और दूसरी कानूनी और प्रशासनिक प्रावधानों का इस्तेमाल करें. देश भर में करोना के बढ़ते खतरे की वजह से आज कैबिनेट सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ बैठक की. केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को बढ़ते हुए करोना के मामलों से अगाह किया और पांच अहम बिंदुओं पर एक साथ काम करने पर ज़ोर दिया. माना जा रहा है कि अब प्रधानमंत्री भी सभी मुख्य मंत्रियों के साथ बैठक कर सकते हैं.
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार की भी अहम बैठक हुई और सीएम केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी कि फिलहाल दिल्ली में लॉक डाउन नहीं लगेगा. इधर महाराष्ट्र में सीएम उद्धव ठाकरे 8 बजे कोरोना को लेकर महत्वपूर्ण घोषणा करेंगे कि पूरे राज्य में फिलहाल लॉक डाउन लगेगा या नहीं. पहले ही छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला में तथा मध्य प्रदेश के रतलाम, खरगोन, आदि जिलों के कुछ भागों में और महाराष्ट्र के पुणे में लॉक डाउन लगाया जा चुका है.
शुक्रवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने सभी राज्यों के मुख्य सचिव के साथ बैठक कर करोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई इस मीटिंग में केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि लॉक डाउन जैसे हालात से बचने के लिए सभी को मिल कर काम करना पड़ेगा. देश में पिछले दो हफ्तों से करोना का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. केंद्र सरकार ने 70 ऐसे जिलों को चिन्हित किया है जहां सबसे ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है.
आज हुई बैठक में पांच अलग- अलग रणनीति पर राज्य सरकारों को एक साथ काम करने को कहा गया है, जैसे- टेस्टिंग को दोबारा बड़े पैमाने पर किया जाए, जिसमें ज्यादातर टेस्ट RT-PCR के हों. कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कम हो गई है, इसलिए करोना पॉजिटिव पाए गए लोगों के संपर्क में आए लोगों को तलाश करके उन्हे आइसोलेशन में रखा जाए. वैक्सिनेशन की गति को बढ़ाया जाए. सबसे अहम बात है कि लोगों में मास्क के इस्तेमाल और सामाजिक दूरी को सुनिश्चित किया जाए और इसके लिए सख्ती बरती जाए, और सरकारी और निजी अस्पतालों में करोना की जांच और इलाज की समीक्षा कर उसे बेहतर किया जाए. ऐसा माना जा रहा है कि अगले 15 दिनों में करोना के मामलों में इजाफा हो सकता है, इसलिए राज्य सरकारों को भी युद्ध स्तर पर काम करना होगा.
कोरोना की तीसरी वैक्सीन 6 महीने बाद ही लगेगी
देश में फिलहाल कोरोना की दो ही वैक्सीन लगाई जा रही है. अभी वैक्सीन की तीसरी खुराक की तैयारी चल रही है. ये दो वैक्सीन देने के 6 महीने बाद दिया जाएगा, जिसे बूस्टर डोज कहा रहा है. केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने तीसरे डोज के ट्रायल की इजाज़त दे दी है. हैदराबाद की भारत बायोटेक ने तीसरे डोज के ट्रायल के लिए ड्रग रेगुलेटर को प्रस्ताव भेजा था. अब पहले चरण के ट्रायल में शामिल वालंटियर्स को दूसरे डोज के छह महीने बाद कोवैक्सीन का तीसरा डोज दिया जाएगा. इन 6 महीनों में वालंटियर के स्वास्थ्य का निरीक्षण किया जाएगा. वालंटियर के शरीर में इम्यूनिटी घटने बढ़ने और नए वेरियंट में तीसरे डोज के असर को देखा जाएगा. भारत बायोटेक ने अपने प्रस्ताव में कहा था कि तीसरी खुराक के बाद शरीर की इम्युनिटी बढ़ेगी, जो नए वेरियंट से बचने में मददगार होगी.