न्यूज डेस्क
भारत की बेटियां एक के बाद एक सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करती जा रही हैं. यह कीर्तिमान केवल धरती पर ही नहीं, बल्कि लाखों फीट ऊपर अंतरिक्ष तक में बनाया जा रहा है. कल्पना चावला के बाद अब सिरिशा बांदला न्यू मैक्सिको के स्पेस स्टेशन से अंतरिक्ष में जाने वाली दूसरी भारतीय बेटी होंगी. सिरिशा 11 जुलाई को शाम 6.25 बजे धरती से 3 लाख फीट ऊपर उड़ान भरेंगी और 4 मिनट तक स्पेस का भ्रमण करेंगी.
सिरिशा के साथ कुल 6 लोग जाएंगे. रिचर्ड ब्रैन्सन समेत कुल 6 लोग VSS यूनिटी22 से सफर करेंगे. धरती से करीब 90 किलोमीटर यानी 2.95 लाख फीट की ऊंचाई तक यह जाएगा. वर्जिन गैलेक्टिक के स्पेस प्लेन VSS Unity ध्वनि से भी तीन गुना तेज रफ्तार से अंतरिक्ष की तरफ जाएंगी. सिरिशा और उनके साथी एस्ट्रोनॉट करीब 4 मिनट तक अंतरिक्ष में वेटलेसनेस महसूस करेंगे और पृथ्वी को देखेंगे. वहां से पृथ्वी गोल नजर आएगी. इसके बाद यह फ्लाइट वापस पृथ्वी पर स्पेसपोर्ट के रनवे पर उतरेगी.
लंबी है संघर्ष की कहानी
सिरिशा बांदला का जन्म आंध्रप्रदेश प्रदेश के गुंटूर जिले के चिराला में 1987 में हुआ. 4 साल की उम्र में बिना पेरेंट्स के वो अकेले अमेरिका गई थी. उनके पिता बी मुरलीधर और मां अनुराधा अमेरिका में नौकरी करते थे. सिरिशा के पैरेंट्स उनको दादा-दादी के पास छोड़कर अमेरिका चले गए. जब सिरिशा केवल 4 साल की थीं तो अकेले भारत से अमेरिका के लिए उड़ान भरी थी. तबसे वो स्पेस में जाने का सपना देखने लगीं. सिरिशा ने एयरोस्पेस और एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में 2011 में ग्रेजुएशन किया और NASA ज्वॉइन करना चाहती थीं, लेकिन आंख में कुछ कमी की वजह से ऐसा नहीं हो सका. फिर उन्होंने स्पेस पॉलिसी चुनकर अंतरिक्ष से जुड़ी सरकारी नीतियों का अध्ययन किया. उन्होंने जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी से 2015 में MBA की पढ़ाई की.
सिरिशा ने जुलाई 2015 में रिचर्ड ब्रैन्सन की कंपनी वर्जिन गैलेक्टिक जॉइन की और केवल दो साल में वो 2017 में वर्जिन गैलेक्टिक की बिजनेस डेवलपमेंट और गवर्नमेंट अफेयर्स मैनेजर बन गईं. 6 साल में तीन प्रमोशन पाकर सिरिशा अब वर्जिन गैलेक्टिक कंपनी की गवर्नमेट अफेयर्स एंड रिसर्च ऑपरेशंस में वाइस प्रेसिडेंट के पद पर पहुंच गई हैं. सिरिशा के साथ जानेवाले 6 लोगों में वर्जिन के संस्थापक रिचर्ड ब्रैन्सन भी शामिल हैं.