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महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे ने सांसदों के दबाव में यू-टर्न लेते हुए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया है. शिवसेना में बगावत के बाद अब केवल 19 सांसद ही बचे हैं, जिसमें से 14 सांसदों ने मुर्मू को समर्थन देने की अपील उद्धव ठाकरे से की थी.
बता दें कि कल ठाकरे ने राष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा के लिए सांसदों की मीटिंग बुलाई थी, जिसमें केवल 12 सांसद ही पहुंचे थे. माना ये जा रहा है की 7 सांसद पार्टी छोड़ चुके हैं या छोड़ने के मूड में हैं. अब ठाकरे पार्टी में और फूट नहीं पड़ने देना चाहते हैं, इसलिए सांसदों के कहने पर एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का फैसला किया है.
इससे पहले महाराष्ट्र में हफ्ते भर से अधिक समय तक चले राजनीतिक उठापटक में शिवसेना के 55 में से 40 विधायक पार्टी छोड़ कर चले गए और उद्धव के पास केवल 15 विधायक बचे हैं. नतीजतन महा विकास अघाड़ी सरकार अल्पमत में आ गई और उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. शिवसेना में बगावत करनेवाले एकनाथ शिंदे बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार बना चुके हैं और महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री पद पर आसीन हो चुके हैं.