दिल्ली: वरिष्ठ संवाददाता
आज शरद पवार ने सभी विपक्षी दलों की बैठक दिल्ली में बुलाई है. बैठक में तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और आम आदमी पार्टी सहित कई अन्य पार्टियों के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है. लोकसभा चुनाव 2024 से पहले तीसरा मोर्चा के लिए पहले दौर में पवार आज शाम 4 बजे दिल्ली स्थित अपने आवास 6 जनपथ पर कुछ राजनीतिक दलों के नेताओं और विभिन्न क्षेत्रों के अन्य प्रमुख विशेषज्ञों से मुलाकात करेंगे. ये जानकारी एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने दी है. 15 विपक्षी दलों को निमंत्रण दिया गया है, लेकिन उनमें से कुछ ने अब तक भागीदारी की पुष्टि की है. माना जा रहा है कि यूपीए की तरह एक नए मोर्चा अगर एक बार बना तो अगले लोकसभा चुनाव में सभी विपक्षी दल एकसाथ मिलकर बीजेपी के खिलाफ लड़ सकते हैं, जिसकी अगुवाई शरद पवार कर सकते हैं. बंगाल में बीजेपी की हार से विपक्ष एक्टिव हैं.
राजनीतिक नेताओं में तृणमूल कांग्रेस के यशवंत सिन्हा, जेडीयू के पूर्व नेता पवन वर्मा, आम आदमी पार्टी (आप) के संजय सिंह, नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के फारूक अब्दुल्ला, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के डी राजा और अन्य शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा न्यायमूर्ति एपी सिंह (सेवानिवृत्त), जावेद अख्तर, केटीएस तुलसी, करण थापर, आशुतोष, ए मजीद मेमन, वंदना चव्हाण, एसवाई कुरैशी, केसी सिंह, संजय झा, सुधींद्र कुलकर्णी, कॉलिन गोंसाल्वेस, घनश्याम तिवारी और प्रीतिश नंदी सहित अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं.
शरद पवार और प्रशांत किशोर की मुलाकात के बाद तेज हुई मुहीम
इससे पहले शरद पवार ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से दस दिनों में दूसरी बार मुलाकात की. खबर यह है कि किशोर-पवार की मुलाकात अगले आम चुनावों के मद्देनजर और समान विचारधारा वाली पार्टियों को एकजुट करने के उद्देश्य से बड़ी योजना का हिस्सा हो सकती है. बीजेपी के खिलाफ तीसरे मोर्चे के गठन की अटकलों के बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अगले लोकसभा चुनाव में किसी तीसरे या चौथे फ्रंट द्वारा बीजेपी को हराने की संभावना को खारिज कर दिया है. प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता कि तीसरा या चौथा मोर्चा सफलतापूर्वक बीजेपी को चुनौती दे सकेगा.
हालांकि विपक्षी दलों की बैठक का एजेंडा स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह जम्मू-कश्मीर पर प्रधानमंत्री की बैठक की पृष्ठभूमि में है. 15 विपक्षी दलों को निमंत्रण दिया गया है, लेकिन उनमें से कुछ ने अब तक भागीदारी की पुष्टि की है. कांग्रेस ने अभी तक बैठक के लिए हां नहीं कहा है. यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस बैठक में शामिल होगी या नहीं. अभी तक कांग्रेस की ओर से कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन 7 दलों ने बैठक में शामिल होने की पुष्टि की है. विपक्षी दलों की बैठक से पहले एनसीपी ने मंगलवार सुबह अपने राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक दिल्ली में बुलाई है.