न्यूज डेस्क
देश की राजधानी दिल्ली में एक तरफ तापमान रिकॉर्ड निचले स्तर पर लुढ़क रहा है, वहीं 10 महीने बाद स्कूलों को खोल दिया गया है. कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को देखते हुए स्कूलों को बंद कर दिया गया था. बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में लगे छात्र स्कूल खुलने का इंतजार कर रहे थे, उन लाखों बच्चों के लिए राहत भरी खबर है. हालांकि शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षा और प्रैक्टिकल की तैयारियों के मद्देनजर शर्तों के साथ 18 जनवरी (सोमवार) से स्कूलों को खोला है. फिलहाल 10वीं और 12वीं के छात्र अभिभावकों की अनुमति से स्कूल जा सकते हैं.
कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए स्कूल प्रबंधन ने भी सारी तैयारियां पूरी करके स्कूलों को खोला है. स्कूलों को सैनिटाइज किया गया और जगह-जगह पर जागरुकता बोर्ड भी लगाए गए हैं, ताकि बच्चे कोरोना से बचाव को लेकर सजग रहें. सभी स्कूलों को शिक्षा निदेशालय की ओर से तय दिशा-निर्देशों और मानकों का पालन करना अनिवार्य है.
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने 13 जनवरी को शर्तों के साथ 10वीं और 12वीं के छात्रों को स्कूल जाने की छूट दी थी. इस आदेश के साथ दिल्ली सरकार ने स्कूलों के लिए कुछ दिशा-निर्देश भी तय किए थे और बताया था कि राष्ट्रीय राजधानी के सभी सरकारी या सरकार से अनुदान पाने और न पाने वाले स्कूलों के लिए ये निर्देश लागू होंगे. सरकार के दिशनिर्देशों के तहत ही स स्कूल खोले गए हैं.
स्कूल खुलने से छात्र काफी उत्साहित हैं, वहीं उन्हें कुछ राहत भी मिली है कि उनकी नियमित पढ़ाई से बोर्ड परीक्षाएं अच्छी होंगी. हालांकि कड़ाके के सर्दी को देखते हुए अभिभावक चिंतित भी नजर आ रहे हैं.