वरिष्ठ संवाददाता:
आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा है कि देश में भगवान राम के साथ-साथ ‘रोटी’ भी चाहिए जिसका तात्पर्य उद्योग, धन और रोजगार से है, क्योंकि दोनों मिलकर ही भारत की सभ्यता का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यह पूरे देश के लोगों के मन की इच्छा एवं आकांक्षा थी कि उत्तरप्रदेश के अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बने. ‘स्वदेशी जागरण मंच’ के स्वावलंबी भारत अभियान के अंतर्गत भोपाल सहित 16 जिलों के जिला रोजगार सृजन केंद्रों के लोकार्पण के अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए होसबाले ने यह वक्तव्य दिया.
होसबाले ने कहा कि देश में हमने अस्मिता एवं संस्कृति की रक्षा की, भगवान राम का एक मंदिर अयोध्या में बने, यह पूरे देश के लोगों के मन की इच्छा एवं आकांक्षा थी. बात केवल एक राम मंदिर की नही थी, मंदिर तो हर एक गली में अपने देश में हैं, फिर वह क्यों था ? यह देश की अस्मिता के साथ एवं संस्कृति के साथ जुड़ी हुई भावना थी, इसलिए एक भावना उजागर हुई. उन्होंने आगे कहा कि राम है तो रोटी भी चाहिए. राम और रोटी दोनों ही मिलकर भारत की सभ्यता हैं, इसलिए रोटी का अर्थ उद्योग है, धन है, लोगों का रोजगार और स्वावलंबी जीवन है.