रेखा गुप्ता होंगी दिल्ली की नयी मुख्यमंत्री, 20 फरवरी को शपथ ग्रहण समारोह

दिल्ली : दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के नाम का एलान कर दिया गया है. केन्द्रीय ऑवजर्वर रवि शंकर प्रसाद और ओ पी धनकर ने बीजेपी विधायक दल कि बैठक के बाद मुख्यमंत्री के नाम का एलान किया. रवि शंकर प्रसाद ने एलान किया कि दिल्ली बीजेपी विधायक दलों की बैठक में बीजेपी विधायक रेखा गुप्ता को नेता चुना गया है. यानि रेखा गुप्ता अब दिल्ली कि मुख्यमंत्री होंगी. कल 20 फरवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में शपथ समारोह में दिन के 12 बजे रेखा गुप्ता मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी. बीजेपी शासित राज्यों में अब दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही है. दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजों (8 फरवरी) के लगभग 11 दिन बाद अब नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हुआ है. हालांकि सीएम पद की रेस में और भी नाम शामिल थे.

27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी कर रही भाजपा फिर से एक महिला को मुख्यमंत्री की कमान सौंपने जा रही है. दिल्ली में आखिरी बार भाजपा सरकार की मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज थीं. स्वर्गीय सुषमा स्वराज पहली महिला थीं, जिन्हें देश की राजधानी की सत्ता की कमान मिली थी. दरअसल, 1998 में बीजेपी ने सुषमा स्वराज को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया था हालांकि, वह केवल 52 दिनों तक ही मुख्यमंत्री रही थीं. उनसे पहले साहिब सिंह वर्मा दिल्ली की सीएम थे, लेकिन उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ी थी. हालांकि, सुषमा स्वराज के सीएम बनने के बाद ही विधानसभा चुनाव हो गए थे और इस वजह से वह 52 दिनों तक ही दिल्ली की सत्ता संभाल पाई थीं. विधानसभा चुनावों में भी बीजेपी के हाथ केवल 15 सीटें ही आई थीं और कांग्रेस ने भारी बहुमत से जीत हासिल की थी. उसके बाद 15 साल तक स्वर्गीय शीला दीक्षित ने दिल्ली की कमान संभाली थी. इसके बाद अरविन्द केजरीवाल के जेल जाने के बाद आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनी. अब 2025 में बीजेपी ने रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाया है, जो कि दिल्ली के चौथी महिला मुख्यमंत्री होंगी। वर्तमान में पदस्थ 30 मुख्यमन्त्रियों में पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी एकमात्र महिला मुख्यमंत्री हैं.

सुषमा स्वराज ने 12 अक्टूबर 1998 से 3 दिसंबर 1998 तक 52 दिनों के लिए दिल्ली सरकार का नेतृत्व किया था. 1993 में मदन लाल खुराना और साहिब सिंह वर्मा के बाद भाजपा द्वारा दिल्ली का पहला विधानसभा चुनाव जीतने के बाद वे तीसरी मुख्यमंत्री थीं.

इसके पहले आज दिल्ली में नव निर्वाचित बीजेपी विधायक दल का नेता ( मुख्यमंत्री) चुनने के लिए बैठक हुई. इस बैठक में दिल्ली विधान सभा चुनाव 2025 में जीते सभी बीजेपी विधायक उपस्थित थे. आपको बता दें कि दिल्ली के कुल 70 विधान सीटों में से बीजेपी ने 42 सीट जीतकर सरकार बना रही है. आप पार्टी इस बार 22 सीटें जीत सकी. दिल्ली में बीजेपी की तरफ से ओम प्रकाश धनखड़ और रविशंकर प्रसाद को पर्यवेक्षक बनाया गया था.

बीजेपी विधायक रेखा गुप्ता नाम पर मुहर लगने के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका रही है. दरअसल आरएसएस ने महिला मुख्यमंत्री का प्रस्ताव दिया. आरएसएस ने ही रेखा गुप्ता के नाम को आगे बढ़ाया है. भाजपा सूत्रों की मानें तो पार्टी आलाकमान ने इसे मान भी लिया.

जानिए कौन हैं रेखा गुप्ता जो अब दिल्ली की मुख्यमंत्री होंगी

बीजेपी के तेज तर्रार नेत्री रेखा गुप्ता दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से विधायक हैं. वो दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं. 50 वर्ष की रेखा गुप्ता दक्षिण दिल्ली नगर निगम की मेयर भी रह चुकी हैं. उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई की है. रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा के जींद जिले के जुलाना उपमंडल के नंदगढ़ गांव 1974 में हुआ था. रेखा गुप्ता जब दो साल की थीं तब उनका परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया. रेखा गुप्ता के पिता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर थे. 1976 में पूरा परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया..रेखा गुप्ता की पूरी पढ़ाई लिखाई दिल्ली में हुई. इसी दौरान वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ी और राजनीति में सक्रिय हुई. रेखा गुप्ता दिल्ली विश्वविद्यालय की सचिव और प्रधान भी रह चुकी हैं. रेखा गुप्ता पहली बार विधायक बनी हैं. रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार वंदना कुमारी को हराकर चुनाव जीता है. रेखा गुप्ता को कुल 68200 वोट मिले थे. जबकि आप की वंदना कुमारी 38605 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रही थी. यहां से कांग्रेस के प्रवीण कुमार जैन 4892 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर थे.

कांग्रेस – 1998 के बाद आप पार्टी के पास रही दिल्ली की सत्ता

2013 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था. तब कांग्रेस के बाहरी समर्थन से आप ने सरकार बनाई थी. 2013 के बाद दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने लगातार तीन बार सरकार बनाई थी. अरविंद केजरीवाल ने 28 दिसंबर 2013 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. महज 49 दिन तक सरकार चलाने के बाद उन्होंने फरवरी 2014 में इस्तीफा दे दिया. 2015 के अगले विधानसभा चुनाव में आप ने प्रचंड बहुमत से जीतकर अकेले दम पर सरकार बनाई. 2015 में आप को दिल्ली की 70 में से 67 विधानसभा सीटों पर जीत मिली. बाकी तीन सीटें बीजेपी के खाते में गईं. केजरीवाल ने 14 फरवरी 2015 को दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किया. आम आदमी पार्टी की दूसरी सरकार पूरे पांच साल चली. फरवरी 2020 में विधानसभा चुनाव कराये गये. चुनाव में एक बार फिर आप ने प्रचंड बहुमत के साथ वापसी की. इस बार आप को दिल्ली की 70 में से 62 सीटों पर जीत मिली. बाकी आठ सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया. कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया. 16 फरवरी 2020 को अरविंद केजरीवाल ने तीसरी बार दिल्ली की सत्ता संभाली. लोकसभा 2024 के चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी कथित शराब घोटाला मामले में जेल जाना पड़ा. प्रचार के लिए केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर बाहर आये. जमानत की अवधि पूरी होने के बाद अरविंद केजरीवाल को फिर जेल जाना पड़ा. जेल जाने के बावजूद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया. इस बार सशर्त जमानत पर केजरीवाल जेल से बाहर आये. बाहर आने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. अब आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनी.

डॉ. निशा सिंह

Jetline

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