नीतीश का बड़ा फैसला : जेडीयू की कमान पूर्व आईएएस और सांसद आरसीपी सिंह को सौंपी

डॉ. निशा सिंह

बिहार की राजधानी पटना में आज रविवार को हुई जनता दल यूनाइडेट (जदयू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा फैसला लेते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद पूर्व आईएएस व राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह को सौंप दिया. नीतीश कुमार 2016 में शरद यादव द्वारा पार्टी छोड़ने के बाद से राष्ट्रीय अध्यक्ष थे. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि एक साथ दो पद संभालना आसान नहीं हो रहा है.

बिहार का मुख्यमंत्री और जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष, दोनों भूमिका एक साथ निभाना आसान नहीं था. नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा और फिर बाकी सदस्यों ने इसका समर्थन किया. आरसीपी सिंह को नीतीश कुमार का बेहद करीबी माना जाता रहा है. बिहार चुनाव के दौरान भी कई विषयों को लेकर नीतीश कुमार इनसे सलाह मशवरा करते थे. नीतीश कुमार पहले भी कई बार आरसीपी सिंह को पार्टी नेतृत्व देने की बात कह चुके थे.

नीतीश कुमार के करीबी और पूर्व नौकरशाह हैं आरसीपी सिंह

आरसीपी सिंह का पूरा नाम रामचंद्र प्रसाद सिंह है. वे बिहार से जेडीयू कोटे से राज्यसभा सांसद हैं. नीतीश के जिले नालंदा के रहने वाले आरसीपी सिंह पहले यूपी कैडर में आईएएस अफसर थे और नीतीश सरकार में प्रिंसिपल सेक्रेटरी रह चुके हैं. 62 वर्षीय आरसीपी सिंह अवधिया कुर्मी जाति से आते हैं. वे नीतीश के जिले नालंदा के मुस्तफापुर के रहने वाले हैं. सिविल सर्विस के दौरान आरसीपी सिंह यूपी सरकार में काफी अहम विभागों में काम कर चुके हैं. उन्हें नीतीश का खास माना जाता है. बिहार में नीतीश सरकार के साथ वे पहले प्रिंसिपल सेक्रेटरी के रूप में जुड़े. फिर सियासत में आए और अब जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए हैं.

बिहार चुनाव के समय सीटों के बंटवारे और प्रत्याशियों के चयन को लेकर CM नीतीश कुमार आरसीपी सिंह पर सबसे ज्यादा भरोसा करते थे. आरसीपी सिंह पिछले दो बार से राज्यसभा के सदस्य हैं. वह पहली बार 2010 में राज्यसभा गए थे और उसके बाद 2016 में फिर से उन्हें नीतीश कुमार ने भेजा था.

राजनीति में आने से पहले थे यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी

आरसीपी सिंह नालंदा जिले के मूल निवासी हैं और राजनीति में शामिल होने से पहले वह यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी थे. वे रामपुर, बाराबंकी, हमीरपुर और फतेहपुर के जिलाधिकारी रह चुके हैं. सिंह का नालंदा जिले के मुस्तफापुर में छह जुलाई 1958 को जन्म हुआ था. उनकी शुरुआती शिक्षा हुसैनपुर, नालंदा और पटना साइंस कॉलेज से हुई. बाद में वे जेएनयू में पढ़ाई करने के लिए चले गए. बेनी प्रसाद वर्मा जब केंद्रीय संचार मंत्री थे तब आरसीपी सिंह उनके निजी सचिव थे. बाद में जब नीतीश कुमार रेल मंत्री बने तो वर्मा ने उनका सिंह से परिचय करवाया और उन्हें अपने साथ रखने की सलाह दी. इसके बाद नीतीश जब बिहार के मुख्यमंत्री बने तो आरसीपी को अपना प्रधान सचिव बनाया. नीतीश बाद में उन्हें राजनीति में ले आए. वे फिलहाल बिहार से राज्यसभा सांसद हैं.

Jetline

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *