दिल्ली :
आज आरबीआई की मौद्रिक समिति की बैठक का फैसला आ गया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से रेपो रेट में .25% कटौती का फैसला किया गया है. इसके बाद लोगों के होम और कार लोन की ईएमआई में कमी होगी। आपको बता दें कि मौद्रिक समिति की बैठक का आयोजन 7 अप्रैल 2025 को किया गया था। इस बैठक के दौरान आरबीआई ने ये फैसला किया है कि वे रेपो रेटमें 0.25 फीसदी की गिरावट करेगी।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती का फैसला किया गया है. इसके बाद रेप रेट घटकर 6.0% पर आ गया है. आरबीआई के इस कदम से बैंक के ऋण और लोन रेट, ईएमआई पर सीधा असर पड़ेगा. आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि मोनेट्री पॉलिसी कमेटी ने रेपो रेट कम करने पर एक राय से अपनी सहमति दी.
एक साल में हर दो महीने बाद रेपो रेट का रिवाइज किया जाता है। इससे पहले आरबीआई की मौद्रिक समिति बैठक फरवरी, 2025 को हुई थी। इस समय भी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में कटौती की थी। ये नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के नेतृत्व में दूसरी मीटिंग हुई थी। अबकी बार लगातार दूसरी बार ऐसा हुआ है कि आरबीआई ने रेपो रेट में कटौती का फैसला किया है।
रेपो रेट में कटौती का असर पड़ता है।अगर आरबीाई द्वारा रेपो रेट में कटौती की जाती है। तो इससे बैंकों को लोन सस्ता पड़ता है। वहीं लोग भी कम ब्याज दर पर लोन ले पाते हैं। इस तरह से रेपो रेट फिक्सड डिपॉजिट के फ्लोटिंग और फिक्सड रेट पर भी इनडायरेक्ट असर डाल सकता है।
