विक्रम राव : विशेष संवाददाता
राहुल गांधी 2019 में अमेठी से लोकसभा का चुनाव हारने के लम्बे समय बाद शुक्रवार को अमेठी पहुंचे और अमेठी के लोगों से अपने गहरे रिश्ते की बात की. अमेठी के बाद केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस प्रतिज्ञा पदयात्रा भी की. इस दौरान राहुल गांधी ने पीएम मोदी की कार्यशैली पर भी कटाक्ष किया.
अपने भाषण में राहुल गांधी ने कहा कि यहां तो मेरे परिवार के लोग रहते हैं. मेरे व अमेठी के पारिवारिक रिश्ते हैं. इसे कोई कभी तोड़ नहीं सकता है. अमेठी की हर गली आज भी वैसी ही है. सिर्फ जनता की आंखों में अब सरकार के लिए आक्रोश है. लोगों के दिलों में आज भी पहले की तरह जगह है. आज भी अन्याय के खिलाफ लोग एक हैं. उन्होंने लोगों से कहा कि आप लोग यहां मुझे मुझे सुनने आए इसके लिए आपका दिल से धन्यवाद. मैं तो 2004 में राजनीति में आया और पहला चुनाव यहां से लड़ा था. आपने मुझे बहुत कुछ सिखाया है.
#Amethi की हर गली आज भी वैसी ही है- सिर्फ़ जनता की आँखों में अब सरकार के लिए आक्रोश है।
दिलों में आज भी पहले सी जगह है-
आज भी एक हैं हम,
अन्याय के ख़िलाफ़!#PratigyaPadyatra https://t.co/ZAv0UpNjPf— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 18, 2021
अपने भाषण में राहुल गांधी ने कहा कि आप लोग अब देश की हालत देख रहे हैं. इस समय देश के सामने दो सबसे बड़े सवाल हैं- बेरोजगारी तथा महंगाई. लेकिन इस पर ना तो मुख्यमंत्री बोलते हैं और ना ही देश के प्रधानमंत्री. प्रधानमंत्री तो जनता का ध्यान भटकाने में माहिर हैं. कभी मोदी गंगा नदी में स्नान करेंगे तो कभी केदारनाथ चले जाएंगे. इतना ही नहीं कभी हाइवे पर हवाईजहाज लैंड भी करेगा. नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ ध्यान भटकाने का काम करते हैं. आज लद्दाख में चीन की सेना ने हिंदुुस्तान की 10 किमी जमीन छीन ली है, लेकिन पीएम मोदी चुप हैं. उन्होंने कहा कि आज मैं आपको यह समझाने आया हूं कि हमारे युवा ही देश का भविष्य हैं. उनको हिंदुस्तान में रोजगार क्यों नहीं मिल सकता. दूसरा सवाल तेजी से महंगाई क्यों बढ़ती जा रही है, प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी जी इनका जवाब आपको नहीं देंगे, इसलिए मैं आपको इसका जवाब दे रहा हूं. भाइयों और बहनों इस देश को छोटे बिजनेस वाले मिडिल क्लास दुकानदार रोजगार देते हैं.
राहुल गांधी ने नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जी ने देश को अपने दो-तीन पूंजीपति मित्रों के हवाले सब कर रखा है. इसका उदाहरण है – नरेंद्र मोदी तीन कृषि काला कानून लाए और एक वर्ष बाद ही प्रधानमंत्री माफी मांगते हैं और कहते हैं मुझसे गलती हो गई और तीनों किसी कानून को वापस ले गए. उनकी कमजोरी के कारण चीन की सेना आज लद्दाख में हिंदुस्तान में बैठेगी. नरेन्द्र मोदी जी का भाषण है जो सिर्फ 30 सेकंड चलने वाला है, मीडिया पर छह महीने तक चलता है, क्योंकि उनकी पॉलिसी है कि हम दो, हमारे दो सब उनके साथ हैं.