जी20 भारत का सामर्थ्य बढ़ा रहा है, दुनिया को देने के लिए भारत के पास बहुत कुछ है – PM मोदी

PM Narendra Modi on G20

G20 को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि यह भारत का सामर्थ्य बढ़ा रहा है. देश में पिछले 9 वर्षों में ‘सबका साथ
सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के दृष्टिकोण को फॉलो किया है. इस सिद्धांत का असर है कि विश्व में भारत की बात गंभीरता से लिया जाने लगा है.

G20 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 और भारत के सामर्थ्य को लेकर कहा है कि भारत को विश्व को देने के लिए अभी बहुत कुछ है. कोरोना काल से ही भारत ने विश्व के दूसरे देशों की दवाओं और अन्य सामानों को लेकर मदद की है. अब भारत की बात विश्व में गौर से सुना जाता है और इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि ‘हमारी सरकार ने देश में पिछले 9 वर्षों में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के दृष्टिकोण को फॉलो किया है. उन्होंने कहा कि वैश्विक संबंधों में भी यही हमारा मार्गदर्शक सिद्धांत है. बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में 9 और 10 सितंबर को होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर उन्होंने कहा कि जी20 यह भारत का सामर्थ्य बढ़ा रहा है. Moneycontrol.com को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि ‘जब हमने जी20 के लिए अपना एजेंडा रखा, तो सार्वभौमिक रूप से इसका स्वागत किया गया. हर देश जानता है कि हम वैश्विक मुद्दों का समाधान ढूंढने में मदद करने के मद्देनजर अपना सक्रिय और सकारात्मक दृष्टिकोण लाएंगे.’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत विकासशील दुनिया के हितों को आगे बढ़ा रहा है, जिसमें अफ्रीकी संघ के देशों जैसे जी20 में प्रतिनिधित्व नहीं करने वाले देशों के हित भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि ‘शायद जी20 के इतिहास में पहली बार इंडोनेशिया, भारत और ब्राज़ील विकासशील दुनिया के साथ है. बढ़ते वैश्विक भू-राजनीति तनाव के बीच यह तिकड़ी विकासशील दुनिया की आवाज को बुलंद कर सकती है.’

भारत के पास दुनिया को देने के लिए बहुत कुछ है

पीएम मोदी ने वैश्विक नजरिए से भारत और इसकी संभावनाओं को लेकर कहा कि जब वैश्विक नेता मुझसे मिलते हैं, तो वे विभिन्न क्षेत्रों में 140 करोड़ भारतीयों के प्रयासों के कारण भारत के बारे में आशावाद की भावना रखते हैं. वे यह भी मानते हैं कि भारत के पास देने के लिए बहुत कुछ है तथा उसे वैश्विक भविष्य को आकार देने में बड़ी भूमिका निभानी चाहिए. उन्होंने कहा कि जी20 मंच के माध्यम से हमारे काम के प्रति उनके समर्थन में भी यह देखा गया है.

आपको बता दें कि अफ्रीकी संघ को जी20 में सदस्यता के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी नेतृत्व कर रहे हैं. पीएम मोदी ने जी20 नेताओं को पत्र लिखकर नई दिल्ली शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ को समूह की पूर्ण सदस्यता देने की वकालत भी की थी. बता दें कि अफ्रीकी संघ (एयू) एक प्रभावशाली संगठन है जिसमें 55 सदस्य देश शामिल हैं जो अफ्रीकी महाद्वीप के देशों को बनाते हैं. हालांकि इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में लिया जाएगा.

शार्प वे न्यूज नेटवर्क

Jetline

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *