न्यूज़ डेस्क :
अमेरिका यात्रा पर गए पीएम मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात के बाद कहा कि भारत और अमेरिका के संबंधों में मैं एक बड़ा बदलाव देख रहा हूं. ऐसा रूपांतरण मैं तब देख रहा हूं जब लोकतांत्रिक परंपराओं और मूल्यों के लिए हम समर्पित हैं. भारत और अमेरिका के बीच व्यापार का अपना महत्व है. इस दशक में ट्रेड के क्षेत्र में भी हम एक दूसरे को काफी मदद कर सकते हैं. बहुत-सी चीजें हैं, जो अमेरिका के पास हैं, जिनकी भारत को ज़रूरत है. बहुत-सी चीजें भारत के पास हैं, जो अमेरिका के काम आ सकती हैं. अमेरिका यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ ओवल ऑफिस में मीटिंग की. बाइडेन ने कहा कि मुझे विश्वास है अमेरिका-भारत संबंध कई वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में मदद कर सकते हैं. 2006 में जब मैं उपराष्ट्रपति था, मैंने कहा था कि 2020 तक भारत और अमेरिका दुनिया के सबसे करीबी देशों में होंगे.
इस दौरान बाइडेन ने अपनी मुंबई विजिट को याद किया. उस समय वे अमेरिका के उप राष्ट्रपति थे. उन्होंने कहा कि मुंबई में उनके रिश्तेदार हैं. बाइडेन ने बताया कि उन्हें मुंबई के व्यक्ति का खत मिला था, जिसका उपनाम भी बाइडेन था. प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से कहा- व्हाइट हाउस आकर खुश हूं. दोनों देशों के लोकतंत्र और परंपराएं दुनिया के लिए मिसाल हैं. मोदी ने आगे कहा कि प्रेसिडेंट बाइडेन से 2014 और फिर 2016 में बातचीत का मौका मिला था. कुछ क्षेत्रों में भारत को अमेरिका की और कुछ में अमेरिका को भारत की काफी जरूरत है. यह दशक टैलेंट का है और भारतीय इसमें अमेरिका की मदद कर रहे हैं. महात्मा गांधी कहा करते थे कि हम इस प्लेनेट के ट्रस्टी हैं. हमें इसकी रक्षा करनी होगी. क्लाइमेट चेंज और कोविड जैसे मुद्दों पर दोनों देश साथ काम कर रहे हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने क्या कहा, जानिए
बाइडन ने कहा कि मैंने पहले ही कहा था भारत और अमेरिका सबसे ज्यादा करीबी देश होंगे. भारत और अमेरिका के जो संबंध है जो सबसे बड़े लोकतंत्र हैं उनको और मजबूत होना है. आज भारत और अमेरिका का नया अध्याय शुरू हुआ है. सबसे पहले कोरोना के खिलाफ लड़ेंगे. कोरोना महामारी से निपटने के लिए साझा प्रयास करेंगे. हमारी जो आपस मे पार्टनरशिप है, हम चाहते हैं इसमें एक विविधता हो, यहां 4 मिलियन भारतीय मूल के लोग है जो हमें और ज्यादा मजबूत बनाते हैं. अगले सप्ताह महात्मा गांधी जी का जन्म शताब्दी मनाएंगे, उनके जो बताए हुए अहिंसा के पाठ हैं, उसको दोहराएंगे. अमेरिका में भारतीय मूल के करीब 40 लाख लोग रहते हैं. शांति सहनशीलता, अहिंसा के मूल्यों की आज और ज्यादा जरूरत है.