नूंह हिंसा : हरियाणा के कांग्रेस विधायक मामन खान गिरफ्तार, इंटरनेट बंद, धारा 144 लागू

Maman Khan arrested for Nuh Violence

Nuh Violence : हरियाणा के नूंह हिंसा के आरोपियों में शामिल फिरोजपुर-झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तारी के बाद नूंह में सुरक्षा की दृष्टि से इंटरनेट को बंद कर दिया गया है और धारा 144 लागू कर दी गई है.

हरियाणा के नूंह जिले में हुई हिंसा में षड्यंत्र रचने के आरोप में फिरोजपुर झिरका के कांग्रेस विधायक मामन खान को गिरफ्तार किया गया है. नूंह में 31 जुलाई को हिंसा हुई थी. इस घटना के बाद से अब तक 41 एफआईआर दर्ज की गई है जबकि 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने हिंसा फैलाने के आरोप में देर रात फिरोजपुर-झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान को गिरफ्तार किया है और जाँच अभी भी जारी है. DSP सतीश कुमार ने बताया हरियाणा पुलिस की विशेष टीम ने विधायक को राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया गया है. हरियाणा पुलिस आज नूंह जिला अदालत में पेश करेगी और जाँच के लिए पुलिस रिमांड मांगेगी. बता दें कि 31 जुलाई को नूंह जिले में बृजमंडल यात्रा निकालने के दौरान हिंसा हुई थी. हिंसा के लिए लोगों को भड़काने के आरोप में नूंह के फिरोजपुर झिरका विधानसभा क्षेत्र से विधायक मामन को हिंसा मामले की जांच कर रही एसआईटी ने पहले 25 अगस्त को नोटिस देकर 31 अगस्त को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया था. नोटिस के जवाब में विधायक ने मेडिकल भेज दिया कि वह बुखार से पीड़ित हैं. उसके बाद पुलिस की ओर से पांच सितंबर को दूसरा नोटिस दिया गया और दस सितंबर को जांच में शामिल होने के लिए नूंह पुलिस लाइन बुलाया गया, लेकिन वह नहीं आए.

कांग्रेस विधायक मामन खान को हाईकोर्ट नहीं मिली राहत

कांग्रेस विधायक मामन ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका डाल पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने से बचाव करते हुए तर्क दिया कि मामले कि जांच उच्च अधिकारियों की निगरानी वाली एसआईटी से कराई जाए. पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को नोटिस जारी करते हुए मामन को निचली अदालत में याचिका लगाने की सलाह देते हुए अगली तारीख दे दी थी. विधायक की ओर से कहा गया था कि वह घटना वाले दिन इलाके में नहीं थे, जबकि पुलिस उनके विरुद्ध पूरे सबूत एकत्र किए हुए थी.

जानिए हरियाणा के मेवात जिले के नूंह में क्यों हुई थी हिंसा और क्या है इतिहास ?

हरियाणा के मेवात जिले के नूंह में 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद और मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी की तरफ से निकाली जा रही ब्रजमंडल यात्रा के दौरान बवाल हो गया था. दो गुटों में टकराव के बाद पथराव और आगजनी हुई थी. उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया और पुलिस पर भी पथराव किया. इस घटना में दो होमगार्ड जवानों की मौत हो गई थी, जबकि 7 पुलिसकर्मी घायल हुए. तनाव के चलते इंटरनेट बंद और धारा-144 लगाई गयी थी, जिसके बाद स्थिति सामान्य हो हुई थी. इस मामले में नूंह के मोनू मानेसर को पहले ही गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है.

नूंह, जहां सांप्रदायिक हिंसा भड़की, वह हरियाणा राज्य का एक ज़िला है और इसका सीमा राजस्थान से लगती है. यह ज़िला उस बड़े क्षेत्र का हिस्सा है, जिसे मेवात कहा जाता है. मेवात क्षेत्र में हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से आते हैं, जो मुस्लिम बहुल हैं. यह इलाक़ा आर्थिक और सामाजिक रूप से तो ज़रूर पिछड़ा हुआ है, लेकिन सांप्रदायिक हिंसा या दंगे जैसी खबरें, यहाँ से कभी नहीं आई. आरएसएस से जुड़े संगठन बजरंग दल की अगुवाई में इसी साल 31 जुलाई को ब्रजमंडल (मेवात) जलाभिषेक यात्रा रखी गई थी. तय कार्यक्रम के अनुसार इस यात्रा को नल्हड के शिव मंदिर से क़रीब 35 किलोमीटर दूर फ़िरोज़पुर झिरका के झिर मंदिर और वहाँ से क़रीब 30 किलोमीटर दूर पुनहाना के कृष्ण मंदिर पहुँचना था. बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने इस यात्रा में शामिल होने के लिए हरियाणा प्रांत के सभी ज़िलों से अपने कार्यकर्ताओं और श्रद्धालुओं को बुलाया था. ब्रजमंडल यात्रा फ़िरोज़पुर झिरका के झिर मंदिर के लिए रवाना हुई. बसों और कारों में बैठकर लोगों ने निकलना शुरू कर दिया. यात्रा में सैकड़ों की संख्या में महिलाएँ और बच्चे भी शामिल थे, लेकिन जैसे ही यात्रा क़रीब दो किलोमीटर आगे बढ़ी और मुख्य सड़क पर पहुँची, तो पथराव शुरू हो गया. नूंह से शुरू हुई ये हिंसा हरियाणा के सोहना और गुरुग्राम तक पहुँच गई, जहाँ भीड़ ने तोड़फोड़ और आगजनी की थी.

शार्प वे न्यूज नेटवर्क

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