पटना : उमेश नारायण मिश्रा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ी शंका जाहिर की है. उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं कि लोकसभा के चुनाव समय पर हो, तय समय से पहले भी लोकसभा चुनाव हो सकता है. कब चुनउआ होगा ई कोई जानता है ? इसलिए जल्दी-जल्दी काम कीजिए.
नीतीश कुमार ने कहा कि देश में लोकसभा चुनाव अगले साल यानि 2024 में होने हैं. बीजेपी अभी से चुनाव प्रचार में जुट गयी है. केंद्र से लेकर राज्यों के मंत्री, बड़े नेता देश भर में मोदी सरकार के 9 साल में उपलब्धि के बारे में जनता को बता रहे हैं. इधर विपक्ष एकजुट होने की कोशिश में है. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल एक प्लेटफार्म पर आने के लिए अपनी गोटी बिछा रही है. नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने के मुहीम में जुटे हैं. इसी को लेकर विपक्ष की बैठक पटना में 23 जून को प्रस्तावित है. इस बैठक में राहुल गाँधी से लेकर शरद पवार, केजरीवाल, उद्धव ठाकरे समेत बड़े नेता शामिल होंगे. इसी बीच नीतीश कुमार ने आज पटना में एक बयान देकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है.
पटना में ग्रामीण कार्य विभाग की योजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन कार्यक्रम में सीएम नीतीश ने बड़ा बयान दिया और कहा कि कोई जरूरी नहीं कि लोकसभा चुनाव अगले साल ही निर्धारित समय पर हो. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ी शंका जाहिर करते हुए कहा है कि कब चुनाव होगा ई कोई जानता है ? इसलिए जल्दी-जल्दी काम कीजिए. लोकसभा का चुनाव समय से पूर्व कराए जाने को लेकर नीतीश कुमार का बयान सामने आने के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है.
चुनाव के समय नीतीश कुमार का बिल्कुल ही अलग रूप देखने को मिलता है. राजनीतिक पंडितों मानना है कि नीतीश कुमार सीटों के गुणा गणित के माहिर खिलाड़ी हैं. इस मामले में वह अपनी पार्टी और खुद का भविष्य देखते हुए अपने सहयोगी दलों से सीटों को लेकर मोलभाव करते हैं. जानकारों का कहना है कि जब से नीतीश कुमार लालू यादव के जनता दल से बाहर निकले हैं, तब से लेकर वर्तमान समय तक उन्होंने राजद के साथ मिलकर लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा है. बिहार में अभी 7 दलों वाली महागठबंधन की सरकार चल रही है. ऐसे में 2019 में बीजेपी के साथ 17 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली जेडीयू इस बार भी उतनी ही सीटों पर चुनाव लड़ना चाहेगी. वहीँ राजद बड़ी पार्टी है और गठबंधन में मजबूत स्थिति में है, ऐसी हालत में जदयू और राजद के बीच इस दफे सीटों को लेकर तकरार हो सकता है. इसके बीच कांग्रेस को अपना स्टैंड क्लियर करना है. क्या कांग्रेस लोकसभा चुनाव में गठबंधन के हिसाब से उतरेगी या सभी सीटों पर चुनाव लडेगी ?