10 दिसंबर को होगा संसद के नए भवन का भूमि पूजन

डॉ.निशा सिंह

देश को जल्द ही नया संसद भवन दो साल बाद मिल जायेगा। सरकार ने नए भवन के निर्माण के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। दस दिसंबर को नए भवन के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया जाएगा, इसके लिए लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला ने प्रधानमंत्री को न्योता भेजा है। प्रधानमंत्री के साथ गृह मंत्री अमित शाह भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। नए संसद भवन का निर्माण मौजूदा भवन के पास ही किया जाएगा। इसे बनाने में लगभग दो साल लग सकते हैं। नए भवन के लिए 2024 डेडलाइन तय की गई है।

नया संसद भवन त्रिकोणीय होगा और बैठने की क्षमता के हिसाब से मौजूदा संसद भवन से बड़ा होगा। नए संसद भवन में लगभग 900 सीटें होंगी। संयुक्त सत्र के दौरान लोकसभा में 1,350 सांसद आराम से बैठ सकते हैं। इस नए संसद भवन में सांसदों के लिए अलग-अलग कार्यालय होंगे।

भारत में अंग्रेजों के जमाने में बना संसद भवन अभी एक्टिव है। नया संसद भवन लगभग 21 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा. देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर संसद का सत्र नए भवन में ही आयोजित होगा. नए भवन में संसद सदस्यों के लिए अलग-अलग कार्यालय होंगे. इसके साथ सांसदों के लिए लाउंज, लाइब्रेरी, समिति कक्ष और भोजन कक्ष भी होंगे. सांसदों के लिए डिजिटल सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जो संसद को पेपरलेस बनाने की दिशा में अग्रणी कदम साबित होंगी.

नए संसद भवन में सभी मंत्री एक जगह बैठेंगे और आने-जाने में लगने वाले समय व किराए में भी बचत होगी. लोकसभा और राज्यसभा कक्षों के अलावा नए भवन में एक भव्य संविधान कक्ष होगा जिसमें भारत की लोकतांत्रिक विरासत दर्शाने के लिए अन्य वस्तुओं के साथ-साथ संविधान की मूल प्रति, डिजिटल डिस्प्ले आदि होंगे. भारत यात्रा पर आने वाले विदेशी प्रतिनिधिमंडलों को इस हॉल में जाने की अनुमति होगी, जिससे वे संसदीय लोकतंत्र के रूप में भारत की यात्रा के बारे में जान सकें.

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के अनुसार ने आज कहा कि नए संसद भवन के निर्माण के दौरान इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा कि वायु और ध्वनि प्रदूषण न हो. साथ ही वर्तमान भवन में संसद की कार्यवाही या प्रशासनिक कामकाज बाधित हो. सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत नए भवन का निर्माण मौजूदा भवन के पास किया जाएगा. इस परियोजना के तहत एक नए त्रिकोणीय संसद भवन, एक संयुक्त केंद्रीय सचिवालय और राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक तीन किलोमीटर लंबे राजपथ के पुनर्निमाण की परिकल्पना है.

Jetline

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *