डॉ. निशा सिंह
कांग्रेस कार्यसमिति की आज की बैठक में नए अध्यक्ष के चुनाव के मसले पर कोई फैसला नहीं हो पाया. उम्मीद थी कि आज राहुल गाँधी के नाम पर सभी तरह के कयास पर विराम लग जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. राहुल गांधी की अध्यक्ष पद पर ताजपोशी जून तक टल गई है. कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में मई में संगठन चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर जून तक नए अध्यक्ष के चुनाव की घोषणा की गई है. कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस कार्यसमिति ने निर्णय लिया है कि जून 2021 तक कांग्रेस के पास एक निर्वाचित अध्यक्ष होगा.
अखिल भारतीय कांग्रेस कार्यसमिति का प्लेनरी सत्र 29 मई को आयोजित किया जाएगा. गौरतलब है कि आज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की. कांग्रेस पार्टी की ये मीटिंग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई. इस बैठक में सोनिया गांधी ने किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला.
आज कि बैठक में 23 असंतुष्ट नेताओं की तरफ से अध्यक्ष के साथ ही कांग्रेस कार्यसमिति और चुनाव समिति के सदस्यों के लिए भी चुनाव की मांग की गई, हालांकि अब तक इस पर फैसला नहीं हुआ है. बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चिट्ठी लिखने वाले नेताओं को जमकर खरी-खोटी सुनाई.
कांग्रेस को नया अध्यक्ष अब जून तक मिलेगा. कांग्रेस कार्यसमिति ने अध्यक्ष पद के चुनाव की घोषणा तो कर दी, लेकिन उसके साथ क्या कार्यासमिति के सदस्यों का भी चुनाव होगा, इस बात पर स्पष्ट राय सामने नहीं आई. असंतुष्ट नेताओं ने कार्यसमिति के साथ ही चुनाव समिति के भी चुनाव की मांग की है. इस मांग का चिदंबरम और मुकुल वासनिक ने भी समर्थन किया. कांग्रेस की इस बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चिट्ठी लिखने वाले नेताओं पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए कहा कि देश और पार्टी के सामने चुनौतियों की बजाए आप लोग हमेशा संगठन चुनाव की बात करते हैं. गहलोत ने सवालिया लहज़े में पूछा क्या आपको पार्टी नेतृत्व में भरोसा नहीं है? आनंद शर्मा ने जवाब में पार्टी में कुछ लोगों द्वारा सम्मान न मिलने की बात कही. झगड़ा बढ़ता देख राहुल गांधी ने दखल दिया और कहा कि संगठन चुनाव करा कर ये मसला हमेशा के लिए खत्म कर देना चाहिए.
आखिर में कार्यसमिति ने सर्वसम्मति से सोनिया गांधी को चुनाव की तारीख तय करने का अधिकार दे दिया. हालांकि केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने मई में चुनाव का शेड्यूल दिया था, लेकिन 5 राज्यों में चुनाव को देखते हुए अब इसे जून से पहले पूरा किया जाएगा. इसकी तारीख भी सोनिया गांधी ही तय करेंगी. CWC ने 3 कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग भी की. साथ ही फरवरी में पूरे देश में ब्लॉक, ज़िला और राज्य स्तर पर किसानों के समर्थन में प्रदर्शन की घोषणा भी की.