न्यूज़ डेस्क
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले में अब तक 23 जवानों के शव बरामद किए जा चुके हैं. वहीं एक जवान अभी भी लापता हैं. इस हमले में कुल 32 जवान घायल हुए हैं, जिसमें 24 जवानों का इलाज बीजापुर अस्पताल में हो रहा है. वहीं छत्तीसगढ़ पुलिस ने 9 नक्सली के मारे जाने का भी दावा किया है. घटनास्थल से एक महिला नक्सली का शव भी बरामद किया है. नक्सलियों ने एलएमजी और रॉकेट का इस्तेमाल किया था. इसी बीच असम में चुनाव प्रचार कर रहे गृह मंत्री अपना आगे का प्रचार रोककर दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं. असम के प्रभारी जीतेन्द्र सिंह ने बताया कि अमित शाह दिल्ली पहुँचकर छत्तीसगढ़ की घटना को लेकर मीटिंग करेंगे. घटनास्थल पर जायजा लेने CRPF DG कुलदीप सिंह पहुँच गए हैं.
नक्सलियों ने दो दर्जन से अधिक सुरक्षाकर्मियों के हथियार भी लूट लिए थे. लापता जवानों की तलाश के लिए आज सुबह से सुरक्षाबल का सर्च अभियान जारी है. बता दें कि 2 मार्च की रात बीजापुर और सुकमा जिले से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था. नक्सल विरोधी अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर, सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम से लगभग दो हजार जवान शामिल थे.
आपको बता दें कि इसके पहले छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 22 मार्च 2020 को हुए नक्सलियों से मुठभेड़ में 17 जवानों मारे गए थे. सुकमा के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के कसालपाड़ और मिनपा के बीच नक्सलियों ने सुरक्षाबल के जवानों पर हमला कर दिया था.
असम में चुनाव प्रचार कर रहे गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बातचीत कर हालात की ताजा जानकारी ली और सीआरपीएफ महानिदेशक को निर्देश दिए कि वे तत्काल छत्तीसगढ़ जाएं. केंद्रीय गृह मंत्री ने इस मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों के प्रति श्रद्धा श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा कि देश उनके बलिदान को कभी भुला नहीं पाएगा. हम शांति और विकास के दुश्मनों से लगातार लड़ते रहेंगे.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार को दोपहर लगभग 12 बजे बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा पर सुकमा जिले के जगरगुंड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जोनागुड़ा गांव के करीब नक्सलियों की पीएलजीए बटालियन और तर्रेम के सुरक्षा बलों के मध्य मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ तीन घंटे से अधिक समय तक चली. जानकारी के अनुसार मुठभेड़ में कोबरा बटालियन का एक जवान, बस्तरिया बटालियन के दो जवानों और डीआरजी के दो जवानों (कुल पांच जवानों) की मृत्यु हुई है.