राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को ई-ईपीआईसी का सौगात दिया

न्यूज डेस्क

आज 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस है, जो कई मायनों में बहुत खास है. अब से भारत निर्वाचन आयोग का काम पूरी तरह से डिजिटल प्लेटफार्म पर आ रहा है. इसके लिए चुनाव आयोग की तरफ से 25 जनवरी को e-EPIC (इलेक्ट्रॉनिक इलेक्टोरल फोटो पहचान पत्र) मोबाइल एप लांच किया गया है. इस ऐप के माध्यम से मतदाता अपने पहचान पत्र को मोबाइल के माध्यम से डाउनलोड कर सकते हैं. साथ ही 1 फरवरी, 2021 से इस एप के माध्यम से वोटर पहचान पत्र भी बनाया जा सकता है, जिसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. भारत का कोई भी नागरिक जो मतदाता बनने की योग्यता रखता है, एप के माध्यम से मतदाता पहचान पत्र बनाने के लिए आवेदन कर सकता है.

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा देश के मतदाताओं को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मौके पर यह खास सौगात मिली है. अब मोबाइल फोन पर अपना वोटर आईडी कार्ड डाउनलोड किया जा सकेगा. यानी वोटर आईडी कार्ड की हार्ड कॉपी लेकर चलने से मुक्ति मिल सकती है.

ई-ईपीआईसी पूरी तरह सुरक्षित क्यूआर कोड है

ई-ईपीआईसी पूरी तरह से सुरक्षित है, जिसे कोई चुरा नहीं सकता है और ना ही इसका नकल कर सकता है. यह एक अनएडिटेड और सुरक्षित पोर्टेबल दस्तावेज़ प्रारूप (PDF) एडिशन है, जिसमें फोटो के साथ ही जनसांख्यिकी (demographics) जैसे सीरियल नंबर, पार्ट नंबर आदि के साथ एक सुरक्षित क्यूआर कोड (QR code) है. इसको मोबाइल या कंप्यूटर पर डाउनलोड किया जा सकता है और डिजिटल रूप से सेव भी किया जा सकता है. ई-ईपीआईसी पहल दो चरणों में शुरू की गई है.

पहला चरण 25 से 31 जनवरी तक

पहले चरण में 25-31 जनवरी तक, सभी नए मतदाता जिन्होंने वोटर-आईडी कार्ड के लिए अप्लाई किया है और फॉर्म -6 में अपने मोबाइल नंबर रजिस्टर किये हैं, वे केवल अपने मोबाइल नंबर को वेरिफाई करके ई-ईपीआईसी डाउनलोड कर सकते हैं. यह मोबाइल नंबर यूनिक होने चाहिए और पहले ईसीआई की मतदाता सूची में रजिस्टर नहीं होने चाहिए.

दूसरा चरण 1 फरवरी से शुरू होगा

दूसरा चरण 1 फरवरी से शुरू होगा, जो सामान्य मतदाताओं के लिए खुला होगा. जिन लोगों ने अपने मोबाइल नंबर दिये हैं, वे अपना ई-ईपीआईसी डाउनलोड कर सकते हैं. इस व्यवस्था के आने से अब वोटर कार्ड में देरी, कार्ड का खोना और मतदाता-पहचान पत्र हासिल नहीं होने जैसी समस्याएं नहीं होंगी. इसमें कहा गया है कि ज्यादातर आईडी कार्ड डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आगे बढ़ रहे हैं. दरअसल डिजिटल दौर में वोटर्स को भी डिजिटल तकनीक द्वारा सुविधाएं दिलाना ही इसका लक्ष्य है.

Jetline

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