रांची : शिवपूजन सिंह
झारखंड के धनबाद के जज उत्तम आनंद की संदिग्ध हत्या मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने इस मामले में अब तक हुई तफ्तीश के आधार पर कोर्ट में आरोप पत्र यानी चार्जशीट दाखिल किया है. रांची हाई कोर्ट में सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल किया जिसमें कहा गया है कि न्यायाधीश को जानबूझकर साजिश करके मारा गया था. सीबीआई ने कोर्ट से कहा है कि उनकी जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है.
सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक दायर चार्जशीट में इस बात का जिक्र किया गया है कि न्यायाधीश उत्तम की हत्या को एक सोची समझी साजिश के तहत (pre-planned Murder) अंजाम दिया गया था. लिहाजा इस मामले में सीबीआई की पड़ताल काफी बड़े स्तर पर की जा रही है. जल्द ही इस मामले पर बड़ा खुलासा किया जा सकता है. केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने लखन वर्मा और राहुल वर्मा पर हत्या (302), झूठी जानकारी (201) और 34 (कॉमन इंटेंशन) आइपीसी के तहत मामला दर्ज किया था. मामले को सीबीआई अभी भी “बड़ी साजिश” की जांच कर रही है. इन दोनों को सबसे पहले झारखंड सरकार द्वारा गठित एसआईटी ने गिरफ्तार किया था. इसके बाद सीबीआई ने जब अगस्त में जांच अपने हाथ में ली तो फिर उन्हें गिरफ्तार किया.
आपको बता दें कि जज की पत्नी ने हत्या का मामला दर्ज कराया था. बाद में झारखण्ड की हेमंत सोरेन सरकार ने इस मामले को सीबीआई जाँच की सिफारिश की थी. गिरफ्तार दोनों आरोपी पर ऑटोरिक्शा चोरी करने का आरोप लगाया गया था. इसी साल 30 जुलाई को धनबाद के जिला जज उत्तम आनंद को एक ऑटो रिक्शा ने टक्कर मार दी थी. पहले ये घटना सर्फ एक्सीडेंट का लगा था, लेकिन सीसीटीवी में ऑटोरिक्शा को बाईं ओर घुमाते हुए और जज को मारते हुए दिख जाने के बाद मामला संदिग्ध लगा. जब जाँच हुई तो अब साफ हो कि साजिश के तहत न्यायधीश उत्तम आनंद कि हत्या की गयी थी. रांची हाई कोर्ट में सीबीआई ने कहा था कि न्यायाधीश को जानबूझकर मारा गया था और उनकी जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है.