डॉ. निशा सिंह
आज शाम 6 बजे नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल में पहला और बड़ा फेरबदल होने जा रहा है. फेरबदल में कई मंत्रियों को प्रोन्नति भी मिलने के आसार हैं तो कुछ की छुट्टी भी हो सकती है. पीएम मोदी की नए मंत्रिमंडल में 17 से 22 मंत्री शपथ लेंगे. कई मंत्रियों से अतिरिक्त प्रभार भी लिए जा सकते हैं. जातीय समीकरण के खांचे में भी पूर्व आइएएस, आइएफएस, इंजीनियर, आदि कैबिनेट का हिस्सा बनेंगे. शिव सेना और अकाली दल जैसे सहयोगी के अलग होने के बाद अब मोदी सरकार ने फिर से एनडीए गठबंधन का विस्तार कर रही है.
फेरबदल को लेकर सत्ता के गलियारों में जो अनुमान लगाए जा रहे हैं, उनमें अच्छा प्रदर्शन करने और क्षेत्रीय समीकरणों के चलते कई राज्यमंत्रियों को प्रोन्नति, खराब प्रदर्शन करने वाले कई मंत्रियों की छुट्टी, नए चेहरों को जगह, सहयोगी दलों की फिर से एंट्री तथा कई मंत्रियों के विभागों का बोझ कम किया जाना शामिल हैं. संभावना व्यक्त की जा रही है कि कई मंत्रियों को प्रोन्नत किया जा सकता है. इनमें ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, उर्वरक राज्यमंत्री मनसुख मंडाविया, कार्मिक राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह, पर्यावरण राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो के नामों की चर्चा में है. क्षेत्रीय एवं जातीय समीकरणों के आधार पर कुछ और राज्यमंत्रियों को भी प्रोन्नत किया जा सकता है. खराब कार्य करने वाले कई मंत्रियों को हटाया जा सकता है. पिछली समीक्षा बैठकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं कह चुके हैं कि कड़े फैसले लेने होंगे. विदेश मंत्री एस जयशंकर, बिजली मंत्री आरके सिंह और केंद्रीय शहरी विकास राज्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी ऐसे मंत्री हैं, जो पहले ब्यूरोक्रेसी का हिस्सा रहे हैं.
पार्टी से कई नये चेहरों को राज्यों के चुनावों या अन्य कारणों के चलते कैबिनेट में जगह दी जाएगी. सहयोगी दलों की कैबिनेट में फिर से एंट्री होने जा रही है. इसमें जदयू, अपना दल, लोजपा तथा कुछ अन्य छोटे दलों को एंट्री मिल सकती है. बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश से चार से पांच और बिहार से तीन मंत्री बनाए जा सकते हैं. बिहार से जदयू के खाते से दो मंत्री बनाए जा सकते हैं. संभव है कि दोनों कैबिनेट दर्जे के हों. बंगाल से पार्टी के अध्यक्ष दिलीप घोष को सरकार में लाया जा सकता है.
दरअसल, मोदी कैबिनेट फिलहाल 53 मंत्री शामिल हैं, जबकि उसमें अधिकतम 81 मंत्री रह सकते हैं. इस तरह से देखा जाए तो पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में अभी 28 और मंत्री बनाए जाने की संभावना है. बता दें कि आज 11 बजे कैबिनेट की बैठक होगी और शाम 6 बजे नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण का समारोह हो सकता है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया और असम के पूर्व सीएम सर्वानंद सोनोवाल, मध्य प्रदेश से बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और जबलपुर के सांसद राकेश सिंह का नाम संभावित मंत्रियों की सूचि में है. वहीं मध्य प्रदेश से ही ज्योतिरादित्य सिंधिया मंत्री बनने के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश से तीन-चार लोगों को मंत्री बनाया जा सकता है. अपना दल के नेता अनुप्रिया पटेल को जगह दी जा सकती है. जिन राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, उन राज्यों में सोशल इंजीनियरिंग को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल में तरजीह दी जाएगी. यूपी के कोटे से वरुण को मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.