पटना : बिहार के बाहुबली नेता अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी समेत 4 विधायकों पर गाज गिरेगी. राजद ने दल बदल कानून का उल्लंघन कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को समर्थन करने वाले चार विधायकों की सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा है. ये विधयक हैं- नीलम देवी, प्रहलाद यादव, चेतन आनंद और संगीता कुमारी. बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी सहित इन विधयकों का सदस्यता रद्द हो सकती है.
बिहार के मोकामा विधायक नीलम देवी, सहित सूर्यगढ़ा विधायक प्रहलाद यादव, शिवहर विधायक चेतन आनंद और मोहनिया विधायक संगीता कुमारी की सदस्यता निरर्हित करने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष को राजद के मुख्य सचेतक अख्तरुल इस्लाम शाहीन की ओर से ज्ञापन सौंपा गया है. इन ज्ञापन में मांग की गयी है कि महागठबंधन के जो भी विधायक दल बदल कानून का उल्लंघन किए हैं और दूसरे दल में जाकर दूसरे दल की सदस्यता ले रहे हैं या लिए हैं, उनकी सदस्यता समाप्त की जाए. राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी, भाई वीरेंद्र, मुख्य सचेतक अब्दुल इस्लाम शाहीन, कांग्रेस की प्रतिमा दास, माले के अजय सिंह ने अध्यक्ष को इसे लेकर ज्ञापन सौंपा. राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि अध्यक्ष ने कहा है कि हमने चारों विधायकों को नोटिस भेजा है, लेकिन अब तक उन लोगों की ओर से कोई जवाब नहीं आया है. सिद्दीकी ने कहा कि चारों विधायकों के दल बदल कानून का उल्लंघन करने को करीब एक साल हो गया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
जानिए क्या है मामला, जिसके कारण जा सकती है विधायकी
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले वर्ष अचानक से राजद-कांग्रेस से नाता तोड़कर एनडीए से हाथ मिला लिया था. विधानसभा में बहुमत साबित करने के दौरान मोकामा विधायक नीलम देवी, सहित सूर्यगढ़ा विधायक प्रहलाद यादव, शिवहर विधायक चेतन आनंद और मोहनिया विधायक संगीता कुमारी ने दल बदल कानून का उल्लंघन करते हुए नीतीश कुमार को समर्थन किया था. वे सत्ता पक्ष (एन डी ए) की ओर बैठने भी लगे थे. इसी कारण राजद की ओर से चारों विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग की गई है. मोकामा विधायक नीलम देवी ने वर्ष 2022 में हुए उपचुनाव में जीत हासिल की थी, जबकि सूर्यगढ़ा विधायक प्रहलाद यादव, आनद मोहन के पुत्र शिवहर विधायक चेतन आनंद और मोहनिया विधायक संगीता कुमारी ने वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी.
