न्यूज डेस्क :
जम्मू-कश्मीर में गैर-मुस्लिमों और बाहरी लोगों को आतंकियों द्वारा निशाना बनाकर हत्या किए जाने को लेकर केंद्र सरकार गंभीर है. गृह मंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे पर राज्यों के डीजीपी और आईजी के साथ बैठक किया. इस बैठक में गृहसचिव अजय कुमार भल्ला, कश्मीर के डीजी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
जम्मू कश्मीर में आईबी, एनआईए, सेना और सीआरपीएफ के सीनियर अधिकारी कैम्प कर रहे हैं और लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. दरअसल आतंकी सुरक्षाबलों के ऑपरेशन से बौखला गए हैं और टारगेटेड किलिंग को अंजाम दे रहे हैं. पिछले 9 दिनों में सुरक्षा बलों ने अलग अलग मुठभेड़ में 13 आतंकी को ढेर किया है.
बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर जम्मू-कश्मीर छोड़ने लगे हैं
जम्मू-कश्मीर में गैर-मुस्लिमों और बाहरी लोगों को आतंकियों द्वारा निशाना बनाए जाने के बाद भारी संख्या में प्रवासी मजदूर घाटी को छोड़ने लगे हैं. आतंकियों द्वारा गैर-कश्मीरियों की टारगेट किलिंग की हालिया घटनाओं के बाद कश्मीर के प्रवासी मजदूरों ने बताया कि यहां स्थिति खराब हो रही है इसलिए अपने घर वापस जा रहे हैं.
सुरक्षा बलों की कार्यवाई से आतंकी घबराए हुए हैं
पिछले 9 दिनों में सुरक्षा बलों ने अलग अलग मुठभेड़ में 13 आतंकी को ढेर किया है. इस साल जनवरी से लेकर अब तक के आँकड़ों के मुताबिक जहां 132 से ज्यादा आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन में मारा है. वहीं 254 आतंकियो को गिरफ्तार भी किया गया है. सुरक्षा बलों ने इस साल 30 सितंबर तक 105 AK-47 राइफेल, 126 पिस्टल और 276 हैंड ग्रेनेड बरामद कर चुके हैं.
विशेषज्ञों के अनुसार जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों की ओर से लगातार चलाए जा रहे सर्च अभियान से आतंकी बौखला गए हैं. विशेषकर पाकिस्तान के हुक्मरानों पर इसका असर देखने को अधिक मिल रहा है. एकतरफ बौखलाहट में कश्मीर के मामलों में लगातार टांग अड़ाने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भारत के खिलाफ आग उगलने से बाज नहीं आ रहे हैं, तो दूसरी तरफ पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों के आका कश्मीर के आतंकियों को उकसा रहे हैं.