न्यूज डेस्क
बिहार में सोमवार को उप-मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया. कोरोना काल और लॉकडाउन के बाद नई सरकार का यह पहला बजट है. कोरोना से आयी मंदी और बेरोज़गारी का असर इस बार के बजट में देखा जा सकता है. बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने बताया कि इस बार का बजट 2,18,303 करोड़ रुपये का है, जिसमें विकास योजना मद में 1,00518.86 करोड़ रुपये एवं स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय मद में 1,17,783.84 करोड़ रुपये का प्रावधान है. सरकार को इस साल 2,18,502.70 करोड़ की अनुमानित आय की प्राप्ति होगी.
बजट के प्रमुख ऐलान/प्रावधान
युवाओं के लिए ऐलान
इस बार के बजट में सात निश्चय पार्ट 2 के लिए 4671 करोड़ रुपये राशि का प्रावधान किया गया है. इसके तहत युवाओं के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी जिससे रोजगार सृजित हो. बिहार के युवाओं को उद्यमी बनाने के लिए व्यवस्था की जा रही है. बिहार के आईटीआई और पॉलिटेक्निक में गुणवत्ता बढ़ाये जा रहे हैं, जिसे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने की योजना है. चिकित्सा और अभियंत्रण के महाविद्यालय स्पेशल स्किल के साथ खोले जाएंगे. खेल विश्वविद्यालय की भी स्थापना की जा रही है, जिससे युवाओं को रोजगार मिल सके.
महिलाओं के लिए ऐलान
बजट में ऐलान किया गया है कि अब अगर बिहार में अविवाहित महिला इंटर पास करती है तो उसे 25 हजार रुपए दिए जाएंगे. स्नातक उतीर्ण होने पर उसे 50 हजार रुपए दिए जाएंगे. बिहार सरकार द्वारा महिलाओं को सरकारी नौकरी में 35 फीसदी आरक्षण, सरकारी ऑफिस में आरक्षण के अनुरूप संख्या बढ़ाई जाएगी. महिलाओं को उद्योग के लिए 5 लाख तक ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा.
गांवों के लिए ऐलान
तारकिशोर प्रसाद ने बजट पेश करते हुए बताया कि बिहार के गांवों में संपर्क सड़क बनाने की योजना है और इस योजना पर 250 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. राज्य के सभी गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइट के लिए पंचायती राज विभाग को 150 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है. इसी तरह लोहिया स्वच्छता योजना 2 के लिए 50 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया है.
शहरों के लिए ऐलान
बिहार के शहरी क्षेत्र में बाईपास और फ्लाई ओवर बनाये जाएंगे और इसके लिए बजट 200 में करोड़ का प्रावधान किया गया है. वित्त मंत्री ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि को लेकर जाम की समस्या उत्पन्न होती है. शहरों में जाम से स्थिति गंभीर है, इसे दूर करने के लिए बाईपास का निर्माण किया जाएगा. राज्य के सभी शहरों में जलजमाव की समस्या को दूर करने के लिए 450 करोड़ राशि का प्रावधान बजट में किया गया है. बुजुर्गों के लिए आश्रय स्थल बनाए जाएंगे और बजट में इसके लिए 90 करोड़ की व्यवस्था की गई है. शहर में रह रहे भूमिहीनों को घर बनाने के लिए सुविधा के साथ घाट पर अंतिम संस्कार के लिए मोक्षधाम का निर्माण करने के लिए 450 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.
किसानों और पशुपालकों के लिए ऐलान
किसानों की आय दोगुनी करने के लिए बजट में सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. हर खेत में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए 550 करोड़ का का बजट प्रावधान किया गया है. बजट में मछली पालन और पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए 500 करोड़ रुपये राशि व्यय का प्रावधान किया गया है. पशुओं के इलाज के लिए कॉल सेंटर के जरिए डोर स्टेप इलाज की व्यवस्था की जाएगी और यह सुविधा मोबाइल एप के माध्यम से भी मिलेगी. राज्य में मछली उत्पादन को बढ़ाया जाएगा, ताकि बिहार की मछली दूसरे राज्यों में जाए.
स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐलान
बिहार में टेलीमेडिशन की योजना को हॉस्पिटल से जोड़ा जाएगा. अब गंभीर बीमारी के साथ पैथोलॉजी जांच की व्यवस्था की जा रही है. राज्य सरकार ने बजट में बाल हृदय योजना के लिए भी राशि का प्रावधान किया है. यह योजना छोटे बच्चे के हृदय में छेद को लेकर बनाया गया है और इसे लागू कर दिया गया है. इसके लिए 300 करोड़ की राशि का प्रावधान भी किया गया है.