नई दिल्ली : डॉ. निशा सिंह
अब देश के अति महत्वपूर्ण हस्तियों (VVIP) की सुरक्षा में पहली बार सीआरपीएफ की महिला कमांडो को तैनात किया जाएगा. इसके लिए अभी 32 महिला कमांडो को VIP सुरक्षा की ख़ास ट्रेनिंग दी गई है. CRPF के मुताबिक जेड प्लस और जेड श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था वाले VVIP लोगों की सुरक्षा व्यवस्था में CRPF की महिला कमांडो की जल्द ही तैनात होगी. बता दें कि जेड प्लस सुरक्षा व्यवस्था प्राप्त करने वाले कुल पांच VVIP लोगों और जेड श्रेणी वाले 12 VVIP लोगों की सुरक्षा व्यवस्था CRPF के जिम्मे है. अब कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सुरक्षा व्यवस्था में CRPF की महिला कमांडो को जल्द ही देखा जा सकता है.
सीआरपीएफ से प्राप्त ख़बर के मुताबिक वीआईपी के हाउस प्रोटेक्शन (घर पर दी जाने वाली सुरक्षा) टीम में महिला कमांडो की तैनाती होगी. इन महिला कंमाडोज की तैनाती Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा पाए गए वीआईपी के साथ होगी. जनवरी के पहले हफ्ते में महिला कमांडोज की तैनाती की जाएगी. फिलहाल देश में पांच VIP को Z Plus सुरक्षा CRPF की तरफ़ से दी जा रही है. अभी जेड प्लस सुरक्षा पाने वाले वीआईपी हैं- गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी.
CRPF की महिला कमांडो को विशेष ट्रेनिंग मिली है
सीआरपीएफ ने पहली बार 34 महिला कमांडो को अपनी एलीट कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन (सीओबीआरएआर) इकाई में शामिल किया था. इस बटालियन को 2009 में बनाया गया था और मुख्य रूप से वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित राज्यों में तैनात किया गया था. कोबरा बटालियन में इन महिला कमांडों तैनाती कर कठिन ट्रेनिंग, फायरिंग और विशेष हथियारों, सामरिक योजना, फील्डक्राफ्ट, विस्फोटक, फॉरेस्ट सर्वाइवल आदि में अगले स्तर के प्रशिक्षण प्रदान करके इन कमांडोज की शारीरिक क्षमताओं और सामरिक कौशल को बेहतर किया गया है.
CRPF की महिला कमांडो कई मायनों में अमेरिकन मरीन कमांडो से भी आगे
पांच साल पहले गणतंत्र दिवस की परेड में ये कोबरा कमांडो पहली बार नजर आए थे. इस खास इकाई का गठन बिल्कुल वैसे ही किया गया है, जिस आधार पर अमेरिकी कमांडो तैयार किए जाते हैं. कोबरा कमांडो के बारे में कहा जाता है कि ये कुछ बातों में अमेरिकन मरीन कमांडो से आगे हैं.
कैसी होती है खास जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा
आपको बता दें कि जिस वीआईपी को जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी जाती है उनके चारों तरफ कड़ा सुरक्षा का पहरा होता है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जेड प्लस सुरक्षा पाए शख्सियत की सुरक्षा में 58 कमांडो तैनात होते हैं. सुरक्षा मामलों की ब्लू बुक के मुताबिक़ Z प्लस कैटेगरी की सुरक्षा में 10 आर्म्ड स्टैटिक गॉर्ड, 6 PSO एक समय मे राउंड द क्लॉक, 24 जवान 2 एस्कॉर्ट में राउंड द क्लॉक, 5 वॉचर्स दो शिफ्ट में रहते हैं. एक इंस्पेक्टर या सब इंस्पेक्टर इंचार्ज के तौर पर तैनात रहता है. इसके अलावा वीआईपी के घर में आने जाने वाले लोगों के लिए 6 फ्रीस्किंग और स्क्रीनिंग करने वाले तैनात रहते हैं तथा इसके साथ ही राउंड द क्लॉक ट्रेंड 6 ड्राइवर भी होते हैं.