पटना: मुन्ना शर्मा
चिराग पासवान ने कहा कि पापा (रामविलास पासवान) के जीवित रहते हुए कई बार लोगों ने लोजपा को तोड़ने की कोशिश की. नीतीश को लेकर चिराग ने कहा कि मेरे पिता के आखिरी शब्द थे कि कुछ भी हो जाए नीतीश के साथ मत जाना. चिराग ने कहा कि आज इस बात का बहुत दुख है कि जिन्होंने (नितीश कुमार) पापा का राजनीतिक भविष्य खराब करने की कोशिश की उनके साथ पार्टी के लोग खड़े हैं. चिराग ने कहा कि नीतीश मुझसे बड़े हैं, जब भी मिला हूं उनका पैर छुआ है. आगे भी नीतीश का सम्मान करूंगा, लेकिन नीतियों को लेकर बिहार के सीएम का विरोध जारी रहेगा. चिराग ने कहा कि बिहार की बर्बादी का मुख्य कारण नीतीश कुमार हैं.
दिवंगत रामविलास पासवान की जयंती पर 5 जुलाई को चिराग आशीर्वाद यात्रा निकालेंगे और पिता की पहली पुण्यतिथि पर अक्टूबर में राज्य में पदयात्रा की शुरुआत कर विपक्षियों पर हमला बोलेंगे. इस दिन हाजीपुर की दलित बस्ती में कोराेना प्रोटोकॉल के तहत एक समारोह होगा. इसमें रामविलास पासवान की जयंती मनाई जाएगी. समारोह में चिराग पासवान खुद मौजूद रहेंगे. उसी दिन हाजीपुर से वे अपनी आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत करेंगे. इस संसदीय क्षेत्र से कई बार उनके पिता सांसद चुने गए थे. अब उनके बगावती चाचा वहां से सांसद हैं. इसलिए दम दिखाने की शुरुआत भी हाजीपुर से ही होगी. आशीर्वाद यात्रा का दूसरा चरण अक्टूबर में शुरू होगा. 8 अक्टूबर को रामविलास पासवान की पहली पुण्यतिथि है. इसी दिन चिराग पासवान पैदल यात्रा पर निकलेंगे. पूरे बिहार में वे पदयात्रा के जरिए सीधे जनता के बीच जाएंगे.
चिराग ने कहा कि लालू और रामविलास पासवान ने काफी दिनों तक साथ काम किया. दोनों के संबंध अच्छे रहे. तेजस्वी यादव की ओर से पार्टी में आने को लेकर मिले ऑफर पर चिराग ने कहा कि वो हमेशा से मेरे छोटे भाई हैं. उनके ऑफर का सम्मान करता हूं. अभी मेरी प्राथमिकता आशीर्वाद यात्रा है. लोजपा के झगड़े पर चिराग ने कहा कि मैं तो सोच रहा हूं कि काश यह सपना होता. चिराग ने कहा कि पिता रामविलास पासवान के निधन के बाद मैं चाचा पशुपति कुमार पारस में पिता की छवि देखता था, लेकिन चाचा ने मुझे अकेले तो छोड़ा ही साथ में धोखा भी दिया है. पिता की बरखी तक का इंतजार नहीं किया. उन्होंने कहा कि इतना कुछ करने से पहले चाचा ने अगर मुझसे कहा होता तो मैं हर बात मानने के लिए तैयार हो जाता.
इधर लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) पर कब्जे को लेकर पारस गुट और चिराग पासवान के बीच जंग जारी है. पारस गुट ने पार्टी संसदीय दल के नेता और राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व में नवगठित 16 सदस्यीय कार्यसमिति की सूची चुनाव आयोग को सौंप दी है. पारस ने बताया कि चुनाव आयोग को पूरे बहुमत के साथ पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारणी की सूची भी जल्द सौंपेंगे. इसी के साथ राष्ट्रीय, प्रदेश एवं विभिन्न प्रकोष्ठों की कमेटियों की घोषणा जल्द की जाएगी.