मुंबई के आदर्श घोटाले की तर्ज पर गाजियाबाद में धोखे से बेच दी गई 196 सेवानिवृत्त अफसरों की 200 करोड़ की जमीन


गाजियाबाद – जयवीर मावी

मुंबई के आदर्श घोटाले की तरह ही उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद में घोटाला सामने आया है, जहां धोखे से 196 सेवानिवृत्त अफसरों की जमीन बेच दी गई है. विजयनगर के अकबरपुर बहरामपुर में सेवा सुरक्षा सहकारी आवास विकास समिति के सदस्य और बिल्डर ने सांठगांठ कर करीब 35 बीघा जमीन पर फ्लैट बनाकर बेच दिया है.

क्या है पूरा मामला ?

1992 में एसएसबी, आईबी, रॉ समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों के 196 सेवानिवृत्त अफसरों ने आवास विकास समिति लखनऊ से पंजीकृत कराकर रहने के लिए किसानों से करीब 40 बीघा जमीन खरीदी थी, जिसमें 25 बीघा जमीन बिल्डर को देकर 15 बीघा में अफसरों के लिए आवास बनने थे, लेकिन बिल्डर ने समिति के पदाधिकारियों के साथ सांठगांठ कर 25 बीघा जमीन पर फ्लैट बनाकर बेच दिया तथा शेष जमीन पर अफसरों को तय समय में फ्लैट दिए न रुपये दिए.

196 सेवानिवृत्त अधिकारियों मिलकर जो जमीन खरीदी थी, उसपर उनके आवास बनने थे. जीडीए व अन्य दस्तावेज के काम देखने के लिए उन्होंने चुनाव कराकर समिति बनाई. इस समिति के अध्यक्ष एसएसबी से सेवानिवृत्त बीसी पति ने बताया कि टेंडर के अनुसार बिल्डर को 70, 100 और 200 गज के 264 फ्लैट बनाने थे. 1992 में जमीन खरीदने के लिए सदस्यों ने एक से डेढ़ लाख रुपये निवेश किए थे अब बिल्डर व समिति के पदाधिकारियों ने मिलकर फर्जीवाड़ा करके जमीन बेच दिया है.

2012 में नई समिति के अध्यक्ष एससी कटोच पर आरोप

2012 में बनी नई समिति के अध्यक्ष एससी कटोच व अन्य
पदाधिकारियों की सहमति बनी कि इस जमीन में से 25 बीघा जमीन बिल्डर को देकर शेष जमीन में बिना रकम दिए
बिल्डर से फ्लैट बनवाए जाएं, लेकिन आरोप है कि टेंडर प्रक्रिया में जिन तीन बिल्डरों ने अपनी फाइल प्रस्तुत की थी एचसी कटोच ने उन तीन बिल्डरों में से किसी को टेंडर ना देकर श्रेष्ठा लैंड प्राइवेट लिमिटेड बिल्डर संदीप सिंह को टेंडर दे दिया. मकान जल्दी मिलने की चाह में 196 सदस्यों ने इसकी सहमति भी दे दी. इसमें तय हुआ कि बिल्डर 2016 तक फ्लैट बनाकर आवंटित करके अगर तय समय में नहीं किए तो 8 हजार रुपये प्रतिमाह किराया जुर्माने के नाम पर भुगतान करेगा. अब सदस्यों का आरोप है कि बिल्डर ने न तो फ्लैट दिए ना ही रुपये दिए. सदस्यों का आरोप है कि बिल्डर ने समिति के पदाधिकारी के साथ मिलकर जमीन व फ्लैट बेचकर 200 करोड़ रुपये कमा लिया.

कौन – कौन हैं मुख्य आरोपी ?

इस मामले में गाज़ियाबादके विजयनगर थाने में बिल्डर संदीप सिंह, समिति के अध्यक्ष एससी कटोच, उपाध्यक्ष प्रद्युमन कांत, सचिवपीके पांडे, सदस्य आरके राजवंशी, आरके सिंह, डीएस राठी और अमीलाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है. विजयनगर थाना प्रभारी का कहना है कि मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है.

पूर्व आईजी एससी कटोच को इलाहाबाद हाईकोर्ट से फिलहाल कोई राहत नहीं

गाज़ियाबाद में बिल्डर से सांठगांठ कर करोड़ों की ज़मीन के फर्जीवाड़े के आरोपी सीमा सुरक्षा बल के पूर्व आईजी एससी कटोच को इलाहाबाद हाईकोर्ट से फिलहाल कोई राहत नहीं मिली है. हाईकोर्ट ने पूर्व आईजी समेत घोटाले के सात अन्य आरोपियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द किये जाने के मामले में फिलहाल कोई अंतरिम आदेश जारी नहीं किया है. मामले की सुनवाई कर रही हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने इस मामले में गाजियाबाद पुलिस और यूपी सरकार से जवाब तलब कर लिया है. अदालत ने जवाब दाखिल करने के लिए दो हफ्ते की मोहलत देते हुए सुनवाई के लिए अगली तारीख तीन अगस्त तय की है. मामले में राहत पाने के लिए आरोपी बिल्डर ने अलग से अर्जी दाखिल की हुई है.

Jetline

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