न्यूज डेस्क
राजद सुप्रीमो लालू यादव को चारा घोटाले के एक मामले में आधी सजा पूरी होने के बाद झारखण्ड हाई कोर्ट से बेल मिली है, फिर भी वे जेल से बाहर अब भी नहीं आ पाएंगे. एक और मामले में हैं सजायाफ्ता है. अगले महीने 9 नवंबर को उस मामले में आधी सजा पूरी होगी. तब तक बिहार चुनाव बीत जाएंगे। यानि बिहार विधान सभा चुनाव २०२० में बिना लालू प्रसाद के अनुपस्थति में होंगे.
चारा घोटाले से संबंधित चाईबासा ट्रेजरी मामले में बिहार के पूर्व सीएम और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को झारखंड हाई कोर्ट ने जमानत दे दी है. हालांकि, लालू यादव अभी जेल में ही रहेंगे क्योंकि दुमका कोषागार मामला अभी लंबित है.लालू प्रसाद चारा घोटाले के तीन विभिन्न मामलों में 14 साल तक की कैद की सजा पाने के बाद 23 दिसंबर, 2017 से इलाज के लिए न्यायिक हिरासत में झारखंड के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में भर्ती हैं. कुछ महीने पहले लालू को कथित तौर पर कोरोना वारयस संकट से बचाने के लिए रिम्स निदेशक के बंगले में शिफ्ट कर दिया गया है. सितंबर 2013 में चारा घोटाले के पहले मामले में दोषी करार दिये जाने के बाद वह 2014 में जमानत पर रिहा हुए लेकिन एक बार फिर 23 दिसंबर, 2017 को लालू चारा घोटाले के एक अन्य मामले में सजा सुनाये जाने के बाद बिरसामुंडा जेल भेजे गये और तब से वह जेल में बंद हैं. फिलहाल लालू यादव न्यायिक हिरासत में रिम्स में इलाज करा रहे हैं.