अब 60 पार रिटायर कर चुके लोग भी नौकरी कर सकेंगे, मंत्रालय के पोर्टल पर जल्द रजिस्ट्रेशन कराएं

दिल्ली : डॉ. निशा सिंह

सरकार ने देश में अपनी तरह का पहला एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज पोर्टल लॉन्च कर दिया है. अब 60 पार कर चुके रिटायर लोग इसके जरिए नौकरी पा सकेंगे. लोग इस पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन करवा कर नौकरी पा सकते हैं. इस पोर्टल को SACRED (Senior Able Citizens for Re-Employment in Dignity) नाम दिया गया है. इस पोर्टल पर 1 अक्टूबर से रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है. इसे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने तैयार किया है.

रिटायर लोग जिनकी उम्र 60 साल से अधिक हो चुकी है इसमें रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं और यह पोर्टल वर्चुअल मैचिंग के आधार पर उन्हें रोजगार का मौका देगा. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सचिव आर सुब्रमण्यम ने कहा कि यह एक्सचेंज एक इंटरेक्टिव प्लेटफॉर्म बनेगा जहां स्टेकहोल्डर्स वर्चुअली एकदूसरे से मिल सकते हैं और आगे की रणनीति तय कर सकते हैं. एम्पलॉयर्स को इस एक्सचेंज पर लाने के लिए मंत्रालय ने सीआईआई, फिक्की, एसोचैम और दूसरी संस्थाओं को लिखा है.

ऐसे मिलान कर मिलेगी नौकरी

इस पोर्टल पर जाकर सीनियर सिटीजन इसमें रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें अपनी एजुकेशन, अनुभव, स्किल्स की जानकारी देनी होगी और साथ ही यह भी बताना होगा कि वे अब किस सेक्टर में काम करने के इच्छुक हैं. दूसरी ओर जॉब देने वाले को बताना होगा कि काम किस तरह का है और इसे पूरा करने के लिए कितने लोगों की जरूरत है. इतना ही नहीं रिटायर लोगों को इस काम में मदद करने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद भी ली जाएगी. हालांकि मंत्रालय ने साफ किया है कि एक्सचेंज का मतलब नौकरी की गारंटी नहीं है.

भारत में बुजुर्गों की बढ़ती आबादी

देश में बुजुर्गों की आबादी बढ़ती जा रही है और इसको देखते हुए इस पोर्टल को अहम माना जा रहा है। भारत में बुजुर्गों की आबादी 1951 में करीब 2 करोड़ थी जो 2001 में बढ़कर 7.6 करोड़ हो गई. 2011 की जनगणना के मुताबिक, देश में करीब दस करोड़ लोगों की संख्या 60 साल से अधिक है. हर साल ये संख्या करीब 3 फीसदी तक बढ़ रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक रिपोर्ट का दावा है कि भारत में साल 2050 तक बुजुर्गों की संख्या 31 करोड़ से अधिक हो जाएगी. यानी देश में बुजुर्गों की संख्या बढ़ोतरी की रफ्तार काफी तेज हो रही है, अभी के मुकाबले 2050 में ये संख्या करीब तीन गुना होगी. ऐसे में इस तरह के पोर्टल से लोगों को रोजगार मिलेगा और आगे बढ़ती बुजुर्गों की आबादी के साथ इस पोर्टल की और जरूरत महसूस होगी.

Jetline

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *