न्यूज डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जेडीयू ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. इस घोषणापत्र में जेडीयू ने राजद के 15 साल बनाम अपने 15 साल के शासनकाल की तुलना कर रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया है. राजद के 1990 से 2005 के शासनकाल की तुलना जेडीयू ने 2005 से 2020 के अपने शासनकाल से की है.
राजद के शासनकाल में 3.19% जीडीपी थी जो एनडीए के शासनकाल में 11.3% हो गई है. इस घोषणापत्र में नंबर पर तीसरे नंबर पर विकास दर रखा गया है. राजद के शासनकाल में 2.35% विकास दर थी, जो एनडीए के शासन में 8.50% हो गई है, प्रति व्यक्ति आय भी 8,000 से बढ़कर 43,822 पर आ गया है. बिजली की उपलब्धता 22% से बढ़ाकर 100% कर दी गई. बिहार में पक्की सड़कों को 34% से बढ़ाकर 96% तक कर दिया गया.
इसी तरह से गैर योजना व्यय 78% से घटाकर 50% पर लाया गया है. गैर कृषि विकास दर 3.9% से बढ़कर 8.2% हो गई है. राजकोषीय घाटा 6.2% से घटकर 2.7% पर आ गई है. इस घोषणापत्र में पहले नंबर पर बजट के आकार को रखा गया है. राजद के समय के 23,855 करोड़ की तुलना में अभी 2,11,761 करोड रुपए का बजट सरकार प्रस्तुत कर रही है.
जेडीयू ने इस घोषणापत्र में सात निश्चय पार्ट 2 जारी किया है और इस घोषणा पत्र को नाम दिया -पूरे होते वादे,अब है नये इरादे..
ये सात निश्चय पार्ट 2 है
*युवा शक्ति बिहार की प्रगति,
*सशक्त महिला,सक्षम महिला
*हर खेत में सिचाई का पानी
*स्वच्छ गाँव,समृद्ध गाँव
*स्वच्छ शहर विकसित शहर
*सुलभ संपर्कता
*सबके लिये स्वास्थ्य सुविधा
इससे पहले जदयू का सात निश्चय पार्ट 1 भी जारी हुआ था:
*आर्थिक हल युवाओं को बल
*आरक्षित रोज़गार,महिलाओं का अधिकार
*हर घर बिजली
*हर घर नल का जल
*घर तक पक्की गली नालियाँ
*शौचालय निर्माण,घर का सम्मान
*अवसर बढ़ें,आगे पढ़ें.