नई दिल्ली : विशेष संवाददाता
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टू प्लस टू डायलॉग कल यानी 11 सितंबर को दिल्ली के हैदराबाद हाउस में होगा. इस बैठक में दोनों देशों के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री भाग लेंगे. सुरक्षा, प्रशांत क्षेत्र में सामरिक सहयोग और अफ़ग़ानिस्तान के हालात इस बैठक के प्रमुख मुद्दे हैं. इस मीटिंग में भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे, जबकि ऑस्ट्रेलिया की तरफ से विदेश मंत्री मेरिज़ पायन और रक्षा मंत्री पीटर दुट्टन हिस्सा लेंगे.
इस वार्ता में दोनों देशों के सुरक्षा सम्बधों को मजबूत करने के साथ ही भारत प्रशांत क्षेत्र में सामरिक सहयोग की बढ़ोतरी पर जोर होगा. बदले माहौल में अफ़ग़ानिस्तान के हालात पर भी वार्ता में चर्चा हो सकती है. इस बैठक के बाद ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलेंगे.
भारत से टू प्लस टू डायलॉग करने वाला आस्ट्रेलिया तीसरा देश होगा
बता दें कि अभी तक भारत की सिर्फ दो देशों अमेरिका और जापान के साथ टू प्लस टू डायलॉग हुआ है जबकि रूस से अभी भी तारीखों का इंतज़ार है. इस तरह भारत से टू प्लस टू डायलॉग करने वाला आस्ट्रेलिया तीसरा देश होगा. भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों क्वाड के भी सदस्य है और इसी महीने के अंत मे अमेरिका में क्वाड की बैठक की भी संभावना है. टू प्लस टू डायलॉग से पहले भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और ऑस्ट्रेलिया के रक्षा पीटर दुट्टन के बीच रक्षा सहयोग से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर बातचीत हुई है.
आर्थिक, व्यापारिक सहित अन्य क्षेत्रों में दोनों में गहरा संबंध है
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच काफी मजबूत संबंध है. आर्थिक क्षेत्र में दोनों देशों के बीच 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर का कारोबार होता है. इसके अलावा भारत के लिये ऑस्ट्रेलिया एक महत्वपूर्ण शिक्षा के केंद्र के तौर पर भी उभरा है और यही वजह है कि अभी एक लाख भारतीय छात्र ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं. इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया में भारतीयों की संख्या 7 लाख के आसपास है, यानी देशों में गहरा संबंध है.