डाॅ. निशा सिंह
नये युग का नया संसद भवन आधुनिक सुविधाओं और तकनीक से परिपूर्ण होगा. संसद भवन का निर्माण कार्य इसी साल यानी 2020 के दिसम्बर में शुरू होगा, जो अक्टूबर 2022 तक पूरा हो जाएगा. नया संसद भवन आधुनिक तकनीक पर आधारित होगा और पूरी तरह पेपरलैस होगा. सभी सांसदों को डिजीटल सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी. नये संसद भवन के निर्माण की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक भी की गई.
आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के द्वारा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को बताया कि नए भवन में सांसदों के लिए अलग कार्यालय होंगे. बैठक में शहरी आवास विकास राज्य मंत्री हरदीप पुरी भी शामिल थे. सांसदों के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली अन्य सुविधाओं में सीट को भी अधिक लक्जरी बनाया जाएगा.
नए भवन में सांसदों के लिए एक लाउंज, लाइब्रेरी, समितियों की बैठकों के लिए छह समिति कक्ष और डाइनिंग (भोजन) कक्ष भी होंगे. इस बैठक में ओम बिरला को नए भवन के निर्माण के लिए प्रस्तावित क्षेत्र से मौजूदा सुविधाओं और अन्य संरचनाओं को स्थानांतरित किए जाने के संबंध में जानकारी दी गई. इस भवन के आसपास घेरा बनाने और निर्माण प्रक्रिया के दौरान वायु और ध्वनि प्रदूषण के नियंत्रण के लिए किए जाने वाले विभिन्न उपायों के बारे में भी जानकारी दी गई. आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बिरला को नए भवन के निर्माण की अवधि के दौरान और विशेषकर संसद सत्र के दौरान अति विशिष्ट व्यक्ति और स्टाफ के आने-जाने की व्यवस्था की जानकारी भी दी और दिव्यांग जनों के आवागमन की सुविधा के लिए की जाने वाली व्यवस्था की जानकारी दी.
नये भवन पर 865 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे और इसे पार्लियामेंट हाउस स्टेट के प्लॉट नंबर 118 पर बनाया जाएगा. इसे बनाने का कॉन्ट्रैक्ट टाटा कंपनी को मिला है.
अहमदाबाद के आर्किटेक्ट बिमल पटेल इसे डिजाइन कर रहे हैं.