न्यूज डेस्क
कोराना संकट का असर अगले साल हरिद्वार में होने वाले कुंभ पर भी नजर आएगा. मुख्यमंत्री त्रिवेंद सिंह रावत ने साफ किया कि कुंभ का आयोजन परंपरानुसार शुभ लग्न में ही होगा, लेेकिन कोविड की परिस्थितियों को देखते हुए संख्यात्मक लिहाज से यह नियंत्रित रहेगा. कुंभ के लिए सरकार पास जारी करेगी. पास के आधार पर ही श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति मिल सकेगी.
कुंभ के आयोजन के लिए सरकार इन दिनों तैयारियों में जुटी है. हरिद्वार कुंभ मेला क्षेत्र में होने वाले स्थायी व अस्थायी प्रकृति के कार्यों को पूरा करने के लिए दिसंबर तक की डेडलाइन तय की गई है. हाल में हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने कोविड को ध्यान में रखते हुए कदम बढ़ाने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन की कोई योजना नहीं है. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार कोविड पर नियंत्रण को प्रभावी कदम उठाए गए हैं. परिस्थितियों के अनुरूप निर्णय लिए जा रहे हैं. सॢवलांस, सैंपलिंग, टेस्टिंग पर फोकस है. यदि किसी क्षेत्र में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं तो वहां सरकार कंटेनमेंट जोन बना सकती है. उन्होंने बताया कि राज्य में कोविड से निबटने को पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं.