डॉ. निशा सिंह
दिल्ली के बाद पंजाब में भी महिलाओं के लिए मुफ्त बस की यात्रा आज से शुरू हो गई है. वह चाहे किसी भी उम्र, वर्ग की हों, सब सरकारी बसों में मुफ़्त सफऱ कर सकती हैं. कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कल मंत्रीमंडल की बैठक में पहली अप्रैल से पंजाब में महिलाओं को सरकारी बसों में मुफ़्त बस सफऱ को मंजूरी दी. हालांकि राज्य में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री ने 5 मार्च को विधानसभा में महिलाओं को मुफ़्त सफऱ करने की योजना का ऐलान पहले ही कर दिया था.
अब इस योजना का लाभ पंजाब की 1.31 करोड़ महिलाओं/लड़कियों उठा सकती हैं. इस योजना के अंतर्गत पंजाब की निवासी महिलाएं ही सरकार द्वारा चलाई जा रही बसों में मुफ़्त सफऱ कर सकती हैं, जिसमें पैप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कोर्पोरेशन (पी.आर.टी.सी.), पंजाब रोडवेज़ बस (पनबस) और स्थानीय सरकार द्वारा चलाई जाने वाली सिटी बस सर्विसज़ शामिल हैं. हालांकि सरकारी ए.सी. बसों, वोलवो बसों और एच.वी.ए.सी. बसों में महिलाएं मुफ्त यात्रा नहीं कर सकेंगी. इस योजना का लाभ लेने के लिए पंजाब के मूल निवासी के सबूत के तौर पर आधार कार्ड, वोटर कार्ड या कोई अन्य सबूत दिखाना होगा.
इस योजना के फायदे
इस योजना से न केवल रोज़मर्रा की ट्रांसपोर्ट महँगी होने के कारण लड़कियों की स्कूल छोडऩे के अनुपात में कमी आएगी, बल्कि काम-काजी महिलाओं को भी सुविधा मिलेगी, जो अपने काम पर जाने के लिए काफ़ी दूरी का सफऱ तय करती हैं. यह सुविधा किसी भी आर्थिक गतिविधि में शामिल होने जा रही महिला को सुरक्षित, सस्ता और भरोसेमन्द सफऱ सुनिश्चित बनाएगी. यानी इस योजना से महिलाओं का सशक्तिकरण होगा. यह योजना एकतरफ महिलाओं और उनके साथियों को सरकारी ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करने के लिए उत्साहित करेगी, वहीं दूसरी तरफ सडक़ पर चलने वाले निजी वाहनों की संख्या में भी कमी आएगी. निजी वाहनों की संख्या घटने से प्रदूषण, सड़क हादसों में भी कमी आएगी.