न्यूज डेस्क
मध्य प्रदेश के 12 जिले भारी बाढ़ से प्रभावित हैं. अब तक 11 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाए गया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि मां नर्मदा का ऐसा रौद्र रूप 20 साल बाद देखने को मिला है. नदी के बेसिन में हुई भारी बारिश की वजह से 12 जिलों के 454 गांव बाढ़ के पानी में घिरे हुए हैं, लेकिन जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, सेना और वायुसेना के जवानों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर करीब 11 हजार लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया. अभी स्थिति नियंत्रण में है, फिर भी पश्चिमी मध्य प्रदेश के सभी जिलों में भारी बारिश होने की आशंका है, इसलिए इन जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
मध्य प्रदेश का यह इलाका बाढ के कारण पिछड़ा पड़ा है. दरअसल सरकारें आती हैं समस्या का तत्कालीन ईलाज कर चली जाती हैं. सूखे के दिनों में योजनाओं को धरातल पर बनाया जाता है और बारिश का पानी आकर इन योजनाओं को धोकर चली जाती हैं. जरुरत है कि इस समस्या का स्थायी समाधान खोजा जाए ताकि इलाके का विकास हो सके.