न्यूज डेस्क
बिहार विधान सभा चुनाव के लिए एनडीए की पहली लिस्ट 4 अक्टूबर को आ जाएगी. यह लिस्ट पहले चरण की होने वाली सीटों के लिए जारी होंगी. पहले चरण में 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर चुनाव होना है. लिस्ट को फाइनल करने के लिए पटना से लेकर दिल्ली तक में गठबंधन के नेता जोड़-तोड़ में जुटे हैं.
पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन 1 अक्टूबर से शुरू हो चुका है. अभी तक किसी भी गठबंधन से प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल नहीं किया है. सीटों के बंटवारे के फार्मूला पर अभी सहमति नहीं बनने से कैंडिडेट के नामों की घोषणा नहीं हो पा रही है.
एनडीए में लोजपा सिरदर्द बना है
बिहार में जदयू-भाजपा-लोजपा इस बार भी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. सीटों के बंटबारे में फ़िलहाल पेंच फंसा पड़ा है, जिससे फाइनल कैंडिडेट्स का लिस्ट जारी नहीं हो पा रही है. जदयू चुनाव में बड़े भाई की भूमिका में रहना चाहती है, जबकि भाजपा कुछ और चाहती है. जदयू चाहती है कि वह 100 सीटों से ज्यादा पर चुनाव लड़े, जबकि भाजपा चाहती है कि वो भी 100 से ज्यादा सीटों पर लड़े. मतलब की 200 से ज्यादा सीटों पर ये दोनों बड़े दलों के कैंडिडेट चुनाव में उतरा जाएं और बाकि बचे सीटों में बंटवारा कर दिया जाए. मतलब साफ है कि अन्य घटक दल लोजपा को 25-26 और जीतन राम मांझी को भी कुछ सीट दी जाएगी. पूरे मामले में सिरदर्दी लोजपा को लेकर ज्यादा है. लोजपा चाहती है कि उसे 40 से अधिक सीट मिले.
सीटों को लेकर कल लोजपा प्रमुख चिराग पासवान जेपी नड्डा के घर पर भी गए, जहां अमित शाह से उनकी मुलाकात हुई और बीजेपी ने चिराग को संयम बरतने और फाइनल रिजल्ट का इंतजार करने को कहा है. बीजेपी ने लोजपा को कम सीटें मिलने के संकेत दे दिए हैं.