न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र में कोरोना का असर अब आम जीवन को प्रभावित करने लगा है. संक्रमण दर में भले ही कमी आयी है, लेकिन खराब हो चुकी अर्थव्यवस्था से लोग जूझ रहे हैं. महाराष्ट्र सरकार इसे ध्यान में रखते हुए आदेश जारी किया है कि बच्चों को ऑनलाइन कक्षा में शामिल होने से ना रोका जाये और अगर बच्चा फीस भरने में असमर्थ हो, तब भी उसे परीक्षा में बैठने दिया जाये. इतना ही नहीं महाराष्ट्र सरकार ने 28 जुलाई को कैबिनेट की बैठक में फीस में 15 प्रतिशत की कटौती करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी, जिसपर अब आदेश जारी कर दिया गया है.
महाराष्ट्र में फीस नहीं देने पर भी ऑनलाइन क्लास जारी रहेगा
सरकार बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराने लिए यह व्यवस्था कर रही है. निजी स्कूलों को फीस में 15 की कटौती करने का आदेश जारी कर दिया गया है. महाराष्ट्र देश के उन राज्यों में शामिल है जहां कोरोना महामारी ने अपना अधिक कहर बरपाया है. यहां ना सिर्फ संक्रमितों की संख्या देश में सबसे ज्यादा है बल्कि मरने वालों की संख्या भी महाराष्ट्र में ही सबसे ज्यादा है. कोरोना की दूसरी लहर में कमी आने के बाद महाराष्ट्र सरकार ने स्कूलों को खोलने की अनुमति दे दी है. इसके अलावा कोविड प्रतिबंधों में भी कई तरह की छूट दी गयी है. हालांकि संक्रमण के आंकड़े अभी भी 6-7 हजार पर है.
महाराष्ट्र में कोरोना के अब तक मामले
महाराष्ट्र में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 6,695 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमित लोगों की संख्या 63,36,220 तक पहुंच गई. इस अवधि में कोविड-19 से 120 मरीजों की मौत हो गई, जिसके साथ ही अब तक इस घातक वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,33,530 हो गई. पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के कुल 36 जिलों में से सात जिलों में संक्रमण का एक भी नया मामला सामने नहीं आया है. इस अवधि में 7,120 मरीजों को संक्रमणमुक्त होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई. इसके साथ ही महाराष्ट्र में अब तक 61,24,278 मरीज ठीक हो चुके हैं. फिलहाल राज्य में 74,995 संक्रमित हैं.