दिल्ली: वरिष्ठ संवाददाता
केंद्र सरकार के नए कृषि कानून के खिलाफ करीब एक साल बाद किसान आंदोलन खत्म होने के बाद दिल्ली के तमाम बॉर्डर्स से किसानों की आज पूरी तरह से घर वापसी हो जाएगी. आज से गाजियाबद-गाजीपुर बार्डर, टीकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर एक बार फिर आम लोगों के लिए खुल जाएगा. हरियाणा के टोलों से भी किसानों का धरना प्रदर्शन खत्म हो जाएगा. किसान नेता राकेश टिकैत भी सुबह हवन कर समर्थकों के साथ घर लौट रहे हैं.
दिल्ली पुलिस ने कल मंगलवार को सिंघु बॉर्डर पर लगभग सभी अवरोधकों को हटा दिया, जो प्रदर्शनकारी किसानों को राष्ट्रीय राजधानी की ओर जाने से रोकने के लिए लगाए गए थे. आपको बता दें कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने और अन्य मांगों को मान लेने के केंद्र के फैसले के बाद शनिवार को किसानों ने दिल्ली-हरियाणा सीमा पर विरोध स्थल छोड़ना शुरू कर दिया था. दिल्ली पुलिस ने कहा कि सिंघु बॉर्डर से ठोस अवरोधकों और अन्य अवरोधकों को हटा दिया गया है. हालांकि अभी तक सड़क को यातायात के लिए नहीं खोला गया है. सिंघु बॉर्डर के अलावा, मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों ने पिछले साल 26 नवंबर को दिल्ली के टीकरी और गाजीपुर सीमाओं की घेराबंदी की थी.
आज किसानों का पंजाब-हरियाणा सब जगह टोल, मॉल और पेट्रोल पंप पर चल रहा प्रदर्शन भी खत्म हो जाएगा. किसानों की टोली पंजाब-हरियाणा समेत दिल्ली की सड़कों को पूरी तरह खाली कर देगी. दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर से बैरिकेडिंग भी हट जाएगी और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर गाड़ियां फिर से दौड़ने लगेगी.