न्यूज डेस्क :
दुनियाभर में सबसे ज्यादा पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook अब फेस पहचानने वाला सिस्टम बंद करने जा रहा है और जल्द ही एक अरब से अधिक लोगों का डाटा भी मिटा देगा. Facebook लगातार बड़े कदम उठा रहा है. हाल ही में फेसबुक ने अपना नाम बदलकर Meta रखा था. फेसबुक की नई पैरेंट (होल्डिंग) कंपनी मेटा के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपाध्यक्ष जेरोम पेसेंटी ने मंगलवार को एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि
“यह परिवर्तन प्रौद्योगिकी के इतिहास में चेहरे की पहचान के उपयोग में सबसे बड़े बदलावों में से एक का प्रतिनिधित्व करेगा.”
इस जानकारी को बताते हुए उन्होंने कहा कि फेसबुक के डेली एक्टिव यूजर में से एक तिहाई से अधिक ने फेस रिकग्निशन सेटिंग को चुना है और उन्हें पहचाना जा सकता है, और इसके हटाने के परिणामस्वरूप एक अरब से अधिक लोगों के व्यक्तिगत चेहरे की पहचान टेम्पलेट्स को हटा दिया जाएगा. बढ़ती सामाजिक चिंताओं के खिलाफ प्रौद्योगिकी के सकारात्मक उपयोग को बढ़ाने की कोशिश कंपनी कर रही थी, फिलहाल नियामकों ने उन्हें स्पष्ट नियम प्रदान नहीं किए हैं.
We’re shutting down the Face Recognition system on Facebook. People who’ve opted in will no longer be automatically recognized in photos and videos and we will delete more than a billion people’s individual facial recognition templates: Meta pic.twitter.com/PspAM1mMOP
— ANI (@ANI) November 2, 2021
गौरतलब है कि फेसबुक के डेली एक्टिव यूजर में से एक तिहाई से अधिक ने सोशल नेटवर्क के सिस्टम द्वारा अपने चेहरों को पहचानने का विकल्प चुना है. यानी इस विकल्प को चुनने वालों की संख्या 640 मिलियन के करीब है. पेसेंटी ने कहा है कि फेस रिकग्निशन सेटिंग को हटाने का मतलब एक अरब से अधिक लोगों के व्यक्तिगत चेहरे की पहचान के टेम्प्लेट को हटा दिया जाएगा.