न्यूज़ डेस्क
पांच राज्यों में 50,000 अर्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती की जाएगी. इन पांच राज्यों बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी की में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण को लेकर तैयारयां की जा रही हैं. चुनाव आयोग के आदेश के बाद अर्द्धसैनिक बलों के जवानों की विस्तृत तैनाती का फैसला लिया गया है. इसके अलावा पांच राज्यों के सभी चरणों के चुनाव के लिए करीब 1,70,000 अर्धसैनिक बलों की तैनाती का प्लान है.
गृह मंत्रालय ने चुनाव आयोग के निर्देश पर यह महत्वपूर्ण फैसला लिया है कि पांच राज्यों में सही तरीके से चुनाव के लिए भारी संख्या में अर्ध सैनिक बलों को तैनात किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में सबसे ज़्यादा अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात की जा रही हैं. इसके बाद असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में तैनाती होगी. इन पांचों राज्यों में कुल चरणों में 1700 कंपनियों यानी 170000 जवानों की तैनाती की जाएगी.
पश्चिम बंगाल में पहले दो चरणों में 27 मार्च और 1 अप्रैल को चुनाव होंगे, जिसमें 68 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी और इसके लिए राज्य भर में 50000 अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी गई है. इसमें 295 कंपनियों की तैनाती 25 फरवरी तक व 200 और कंपनियों की तैनाती 15 मार्च तक कर दी गई है. इस चुनाव के कुल चरणों में करीब 430 कंपनियां यानी 43000 राज्य पुलिस के जवान के शामिल होंगे. चुनाव आयोग के निर्देश और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए यह फैसला लिया गया है.
इस तैनाती में राज्यों की पुलिस और स्टेट आर्म्ड फ़ोर्स की 430 कंपनियां, CRPF की 370 कंपनियां, BSF की 330, CISF की 200, SSB की 190, ITBP की 120 और RPF की 60 कंपनियां शामिल हैं. चुनावी राज्यों में राज्य पुलिस के समन्वय के साथ इस तरीके से सुरक्षाबलों की तैनाती की कोशिश की जा रही है, जिससे कानून व्यवस्था पूरी तरीके से कायम रहे और चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो जाए.