दिल्ली : डॉ. निशा सिंह
दिल्ली में बाढ़ का पानी निचले इलाकों में घुस गया है और यमुना नदी खतरे के निशान से बहुत ऊपर 208.62 पर बह रही है. खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार ने दिल्ली के सभी स्कूल- कॉलेज को रविवार, 16 जुलाई तक बंद करने का आदेश दिया है और सरकारी कर्मचारियों को घर से काम करने का निर्देश दिया है.
दिल्ली के निचले इलाकों जैसे बोट क्लब, मोनेस्ट्री मार्केट, पुराने रेलवे ब्रिज के पास नीली छत्री मंदिर, गीता घाट, यमुना बाजार, नीम करौली गौशाला, विश्वकर्मा और खड्डा कॉलोनी, मजनूं का टीला से वजीराबाद तक यह खतरा अधिक है, इसलिए सरकार ने इन क्षेत्रों के प्रभावित लोगों से से अपील की है कि वो इस क्षेत्र को खाली कर दें. पूर्वी दिल्ली में मयूर विहार फेज 1 के निचले इलाकों में भी बाढ़ का पानी दिख रहा है. सीएम केजरीवाल ने लोगों से यह भी अपील की है कि वे बिना कारण घरों से बाहर नहीं निकलें और निजी कंपनियों से भी वर्क फ्रॉम होम करने की अपील की है.
आपको बता दें कि पिछली बार जब 45 साल पहले 1978 में दिल्ली में बाढ़ आई थी, तब भी यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से 107 ही ऊपर गया था, लेकिन इस बार यमुना ने वह रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है. इस बाढ़ की वजह से आनंद विहार बस अड्डा, यमुना बैंक मैट्रो स्टेशन और मजनूं के टीला के पास रिंग रोड प्रभावित है. इसके साथ ही दिल्ली के तीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी बंद हो गया है, जिससे आगामी दो दिनों तक दिल्ली के इन खतरे वाले क्षेत्रों में पीने के पानी की समस्या भी रहेगी.